DU Colleges Hostel Reopening: क्या आपको भी है DU कॉलेजों के हॉस्टल खुलने का इंतजार? जानिए क्या है ताजा अपडेट
डीयू के कॉलेजों के हॉस्टल्स को फिर से खोलने पर अभी कोई निर्णय नहीं हो पाया है. बाहर से आने वाले स्टूडेंट्स से लेकर रूम में सिंग्ल ऑक्यूपेंसी की व्यवस्था करने तक फंसे हैं बहुत से मसले.
बहुत समय से कई स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशंस द्वारा दिल्ली यूनिवर्सिटी से संबंद्ध विभिन्न कॉलेजों के कैम्पस फिर से खोलने की मांग उठ रही है. हालांकि कैम्पस से लेकर हॉस्टल एकोमडेशन फिर से चालू करने को लेकर यूनिवर्सिटी अभी किसी फैसले पर नहीं पहुंच पाई है. इस बारे में वहां के अधिकारियों का कहना है कि कॉलेज के हॉस्टल्स को खोलने में एक बड़ी समस्या है कि यहां बहुत से स्टूडेंट बाहर के हैं. इसके साथ ही अभी भी कई जगहों पर कोविड 19 केसेस में कमी नहीं आई है. ऐसे में इन स्टूडेंट्स को हॉस्टल वापस बुलाना ठीक नहीं.
टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में डीयू के वाइस चांसलर योगेश सिंह ने कहा कि, ‘हमारी स्थिति बहुत अलग है क्योंकि हमारे यहां बहुत से स्टूडेंट्स दूसरे राज्यों से हैं. अभी भी कुछ राज्यों में कोविड 19 के कई केसेस हैं. इसका मतलब ये है कि ऐसे राज्यों के स्टूडेंट्स को दिल्ली ट्रैवल करना होगा. जहां तक स्कूलों की बात है तो उनकी कंडीशन अलग है क्योंकि उनके स्टूडेंट्स लोकल के हैं और उनमें से अधिकतर शहर के ही हैं. हम कोई भी फैसला लेने से पहले अभी कुछ हफ्तों का इंतजार और करेंगे.’
एक बार में नहीं खुलेगा सब कुछ –
बाहर से आने वाले स्टूडेंट्स का होस्टल में एकोमडेशन एक और समस्या है क्योंकि इनमें से ज्यादातर रूम शेयर करते हैं. इस बारे में जहां कुछ कॉलेजेस के प्रिंसिपल डीयू से विस्तृत गाइडलाइंस आने का इंतजार कर रहे हैं, वहीं कुछ का कहना है कि सभी कोर्सेस के लिए कॉलेज रीओपेन होंगे, इसकी संभावना बहुत कम है.
इस बार में टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में डीयू के डीन ऑफ स्टूडेंट्स वेलफेयर राजीव गुप्ता ने कहा, ‘वर्तमान में बहुत से एमफिल, पीएचडी और पोस्टग्रेजुएट स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी हॉस्टल्स में रह रहे हैं. ज्यादातर हॉस्टल्स इस बात का ध्यान रख रहे हैं कि फिलहाल नए एडमिशन न लें इसलिए अंडरग्रेजुएट स्टूडेंट्स को एडमिट नहीं किया गया है. अभी हम कुछ और हफ्ते इंतजार करेंगे ताकि स्थिति साफ हो सके.’
अधिकारियों ने ऐसी भी उम्मीद जतायी कि जब भी कैम्पस खुलेगा उस समय पहले प्रैक्टिकल सब्जेक्ट्स के स्टूडेंट्स को बुलाने पर विचार किया जा सकता है.
यह भी पढ़ें: