Delhi News: दिल्ली यूनिवर्सिटी के लॉ फैकल्टी में सोमवार की रात जबरदस्त हंगामा देखने को मिला. प्रदर्शनकारी छात्रों पर लाठीचार्ज से भगदड़ की स्थिति बन गई. पुलिस ने छात्रों पर आंसू गैस के गोले भी दागे. छात्रों का प्रदर्शन डीन ऑफिस के बाहर सुबह से जारी था. रात तक छात्रों की मांग पर गतिरोध की स्थिति बनी रही. प्रदर्शनकारी परीक्षा स्थगित करने की मांग पर अड़े थे. प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने फैकल्टी का गेट बंद कर डीन डॉ अंजू वली टिक्कू को बाहर जाने से रोक दिया.


डीन ने पुलिस को मदद के लिए बुलाया. मौके पर पहुंची पुलिस प्रदर्शनकारी छात्रों पर लाठीचार्ज किए और आंसू गैस के गोले भी दागे. दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष रौनक खत्री कहते हैं, "14 घंटे प्रदर्शन के बावजूद सुनवाई नहीं हुई. मेरे कहने पर छात्र प्रदर्शन के लिए इकट्ठा हुए थे. प्रदर्शन के बिना दिल्ली यूनिवर्सिटी सुनता नहीं है." उन्होंने बताया कि छात्रों का कैंपस में शांतिपूर्वक प्रदर्शन चल रहा था. रात को प्रदर्शनकारी छात्रों से कहा कि सर्कुलर निकलने के बाद डीन को फ्री कर दिया जाएगा.


यूनिवर्सिटी में छात्रों पर लाठीचार्ज


तीनों लॉ फैकल्टी के अध्यक्ष ने डीन से परीक्षा स्थगित करने की अपील की. उन्होंने कहा कि फैकल्टी की देरी से नियुक्ति होने के कारण सिलेबस पूरा नहीं हुआ था. रात 12 बजे नोटिफिकेशन जारी किया गया कि एग्जाम होल्ड किए जा रहे हैं. अब भी एग्जाम स्थगित नहीं किए गए. रात को पुलिसकर्मी कैंपस के अंदर पहुंचे और लाठीचार्ज किया, टियर गैस छोड़ी. एबीपी न्यूज ने प्रदर्शनकारी छात्रों से भी बातचीत की.


लॉ फैकल्टी के छात्र आदित्या कहते हैं कि सुबह 10 बजे से डीन ऑफिस के बाहर प्रदर्शन चल रहा था. यूनिवर्सिटी प्रशासन को 10 दिनों से सिलेबस पूरा नहीं होने की जानकारी दी जा रही थी. फॉर्म भरने में दिक्कतों का भी हवाला दिया जा रहा था. यूनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से समस्या का समाधान नहीं निकला. जवाब में कहा गया कि कमिटी बनाई जाएगी.


प्रदर्शनकारियों ने सुनाई आपबीती


आदित्या कहते हैं कि डीन नहीं मान रही थीं. बच्चों ने गेट बंद कर समाधान निकालने की अपील की. उन्होंने डीन के साथ बदतमीजी से इंकार किया. उन्होंने कहा कि डीन से छात्र समस्या का समाधान चाहते थे. कैंपस में पुलिस को नहीं बुलाना चाहिए था. अब भी परीक्षा होल्ड की गई है, स्थगित नहीं की गई. लॉ फैकल्टी के आशीष चौटाला कहते हैं कि 10 बजे प्रदर्शन शुरू हुआ. डीन ने दोपहर 2 बजे बात की लेकिन रात तक कोई हल नहीं निकाला. टालमटोल का रवैया अपनाने की वजह से मैडम को नहीं जाने दिया गया.


लॉ फैकल्टी के छात्र जय सिंह कहते हैं कि किसी को रोका नहीं गया. बात सुने बिना पुलिस को बुला लिया गया. पुलिस ने बच्चों को कल बहुत मारा पीटा. छात्रों को घसीट घसीट के पुलिस ने मारा. लॉ फैकल्टी के शिवम मालिक कहते हैं कि पुलिस ने कैंपस के अंदर घुसकर छात्रों को मारा. उन्होंने एक साल में दो के बजाय तीन सेमेस्टर पूरे करने पर सवाल उठाये. 


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