दिल्ली यूनिवर्सिटी में आज शिक्षक संघ के चुनाव हैं. हर दो साल पर होने वाले इस चुनाव में इस बार एड हॉक यानि टेंपरेरी पद पर पढ़ा रहे शिक्षकों को परमानेंट जगह देने और खाली पदों पर शिक्षकों की नियुक्तियां करना प्रमुख मुद्दे हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें दिल्ली यूनिवर्सिटी में करीब 5,000 एड-हॉक टीचर्स हैं जो इस मांग के साथ चुनावों में उतरे हैं कि उन्हें यूनिवर्सिटी में परमानेंट जगह दी जाए.


इसके साथ ही टीचर्स का ये भी कहना है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी में शिक्षकों के बहुत से पद खाली हैं और केवल 500 से 600 पदों पर टीचर्स को नियुक्त किया गया है. जबकि 5000 पदों पर नियुक्ति की आवश्यकता है. इन मुद्दों के साथ इस बार चुनाव लड़ा जा रहा है.


पहली बार एडहॉक टीचर्स आए सामने –


इस बारे में बात करते हुए जाकिर हुसैन कॉलेज की पॉलिटिकल साइंस की टीचर जोकि एडहॉक पर हैं और करीब एक दशक से स्टूडेंट्स को पढ़ा रही हैं का कहना है कि, इस बार ये चुनाव ऐतिहासिक होंगे क्योंकि पहली बार एडहॉक टीचर्स ने फ्रंट बनाया है. पिछली पांच बार से डेमोक्रेटिक लेफ्ट फ्रंट (DFT) चुनाव जीत रहा है और इस बार भी उनकी यही कोशिश होगी की जीत उन्हीं की हो.   


देखें किसकी होगी जीत –  


इस वर्ष अध्यक्ष पद के दावेदारों के बीच प्रेसिडेंशियल डिबेट का भी आयोजन किया जा रहा है. शिक्षक संघ चुनाव में 3 शिक्षक संगठन मैदान में हैं. पहला, शिक्षक संगठन, नेशनल ड्रेमोकेटिक टीचर्स फ्रंट है जिसके अध्यक्ष पद के उम्मीदवार प्रो.अजय कुमार भागी हैं. दूसरा डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट है जिसके लिए अध्यक्ष पद की उम्मीदवार डा.आभा देब हबीब हैं.  तीसरा संगठन एकेडमिक फार एक्शन एंड डेवलेपमेंट है जिसके अध्यक्ष पद के उम्मीदवार डा.प्रेमचंद हैं. डीयू में लगभग 10 हजार शिक्षक मतदाता हैं. चुनावों के बाद मतगणना आज शाम 6:30 बजे से शुरू होगी. 


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