Delhi University’s Letter To St. Stephen’s College On CUET & Admissions 2022: दिल्ली यूनिवर्सिटी (Delhi University) के वाइस चांसलर योगेश सिंह (DU VC Yogesh Singh) ने सेंट स्टीफंस कॉलेज दिल्ली (St. Stephen’s College Delhi) के प्रिंसिपल को पत्र लिखकर नए सत्र के एडमिशन के विषय में ये पॉलिसी अपनाने को कहा है. बता दें कि इस बार से सेंट्रल यूनिवर्सिटी जिनमें डीयू और दूसरी कई स्टेट और सेंटर की यूनिवर्सिटी शामिल हैं सीयूईटी स्कोर (CUET 2022) के आधार पर कैंडिडेट्स को एडमिशन देंगी. अब क्लास 12वीं के अंकों को कोई महत्व नहीं दिया जाएगा. जहां अधिकतर यूनिवर्सिटी और कॉलेज इसे अपना चुके हैं, वहीं दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज में अभी भी इस मुद्दे पर विवाद चल रहा है.
क्या है पूरा मामला –
दरअसल दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज (St. Stephen’s College Admissions 2022) ने कुछ दिनों पहले घोषणा की थी कि चूंकि वे एक माइनॉरिटी कॉलेज हैं इसलिए उनकी एडमिशन पॉलिसी दूसरों से अलग है. इसके अंतर्गत कॉलेज ने यूजी में एडमिशन के लिए सीयूईटी स्कोर को 85 प्रतिशत वेटेज और बाकी 15 प्रतिशत वेटेज इंटरव्यू को देने की बात कही थी. कॉलेज केवल सीयूईटी स्कोर के आधार पर कैंडिडेट्स को एडमिशन देने के लिए तैयार नहीं था.
क्या कहना है दिल्ली यूनिवर्सिटी का –
इस मामले में अब दिल्ली यूनिवर्सिटी का कहना है कि चूंकि ये कॉलेज भी डीयू के अंतर्गत ही आता है इसलिए इसकी एडमिशन पॉलिसी यूनिवर्सिटी से अलग नहीं हो सकती. हालांकि इस बात को भी नहीं नकारा जा सकता कि ये एक माइनॉरिटी कॉलेज हैं जो खासतौर से क्रिश्चियन कम्यूनिटी के छात्रों के लिए है.
क्या लिखा है पत्र में -
डीयू के वीसी ने सेंट स्टीफंस कॉलेज के प्रिंसिपल जॉन वर्गीज को पत्र लिखकर ये कहा है कि सेंट स्टीफंस जनरल सीटों पर केवल सीयूईटी के आधार पर ही एडमिशन ले. वहीं आरक्षित सीटों पर वे अपना 85-15 वाला फॉर्मूला अपना सकते हैं. इस प्रकार कॉलेज की 50 प्रतिशत सीटों पर केवल सीयूईटी के बेसिस पर एडमिशन होना चाहिए और बाकी 50 प्रतिशत सीटें जोकि रिजर्व हैं, उन पर कॉलेज अपने हिसाब से एडमिशन ले सकता है. इस मामले में अभी तक कॉलेज की तरफ से कोई जवाब नहीं आया है.
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