10 साल से स्टोर में धूल फांक रही थी स्कूली ड्रेस, ताला खुलने पर मचा हड़कंप, जांच कमेटी गठित
Delhi News: स्कूली बच्चों के ड्रेस वितरण में बड़ी लापरवाही सामने आयी है. स्कूलों से जुड़ा सामान एमसीडी का जोनल एजुकेशन डिपार्टमेंट रखता है. स्कूल के अंदर स्थित स्टोर का ताला खुलने पर खुलासा हुआ.
Delhi News: दिल्ली के नरेला नगर निगम जोन में चौंकाने वाला मामला सामने आया है. स्कूल की यूनिफॉर्म बच्चों को बंटने की जगह 10 साल से स्टोर में धूल फांक रही थी. एक हफ्ते पहले स्कूल के यूनिफार्म की खेप स्टोर में मिली. बच्चों को वितरित किये जाने वाले ड्रेस 10 साल पुराने बताये गये हैं. खुलासा स्टोर का ताला खोलने के बाद हुआ. बता दें कि स्कूलों से जुड़ा सामान एमसीडी का जोनल एजुकेशन डिपार्टमेंट रखता है.
स्कूल के अंदर स्थित स्टोर का ताला खुलने पर बच्चों की यूनिफार्म धूल से अटी पड़ी थी. अधिकारियों भी मानते हैं कि यूनिफॉर्म 10 साल पुराने हैं. बच्चों के बीच वितरण का कारण साफ नहीं हो सका है. उन्होंने कहा कि जांच के बाद स्थिति स्पष्ट हो सकेगी. बताया जाता है कि हर स्टोर का एक इंचार्ज होता है.
स्टोर इंचार्ज की भी नजर धूल फांक रहे ड्रेस की खेप पर नहीं पड़ी. मामले में भारी लापरवाही की बात सामने आ रही है. जोनल एजुकेशन डिपार्टमेंट के पास अपना कोई अलग जगह स्टोर नहीं था. इसलिए एक स्कूल के अंदर स्टोर में बच्चों की ड्रेस रख दी गयी थी.
10 साल से स्कूली ड्रेस स्टोर में धूल फांक रही थी
सूत्रों के मुताबिक स्टोर इंचार्ज 10 साल से पद पर बरकरार है. शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि स्टोर इंचार्ज ने मौखिक जानकारी दी है. जांच का दायरा बढ़ाने के लिए स्टोर इंचार्ज का लिखित बयान लिया जाएगा. अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि जांच कमेटी का गठन कर दिया गया है.
जांच कमेटी में दो एजुकेशन इंस्पेक्टर और एक स्कूल का प्रिंसिपल शामिल है. मामला उजागर होने के बाद एमसीडी की तरफ से आधिकारिक बयान नहीं आया है. शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने 10 साल से स्कूली ड्रेस नहीं बांटे जाने की वजह बताने में असमर्थता जताई है. उनका कहना है कि जांच कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद विस्तार से बताया जायेगा.
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