Delhi Assembly Session 2024: दिल्ली विधानसभा के दो दिवसीय सत्र का आयोजन आज और कल होगा. ​विधानसभा सत्र के दौरान नवगठित आतिशी सरकार द्वारा विश्वास मत लाया जाएगा. गुरुवार (26 सितंबर) को विधानसभा का सत्र हंगामेदार रहने की संभावना है. एलजी सचिवालय लंबित सीएजी रिपोर्टों को पेश करने का सुझाव दिल्ली सरकार को दिया है. वहीं, बीजेपी भ्रष्टाचार और अन्य मुद्दों पर सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी को घेरने की कोशिश करेगी. 


दिल्ली विधानसभा के एक अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री आतिशी के नेतृत्व वाली नई सरकार शुक्रवार को सदन में विश्वास मत हासिल करने की कोशिश कर सकती है. उन्होंने कहा कि कामकाज की सूची के अनुसार गुरुवार को सुबह 11 बजे सदन शुरू होने के बाद एक श्रद्धांजलि होगी, उसके बाद विधायक अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों से संबंधित मामले उठाएंगे. 


इस बीच एलजी सचिवालय ने मुख्य सचिव धर्मेंद्र और वित्त सचिव आशीष चंद्र वर्मा को पत्र लिखकर कहा है कि वे मामले को मुख्यमंत्री के ध्यान में लाने के बाद 26 और 27 सितंबर को सत्र के दौरान शीर्ष लेखा परीक्षक सीएजी की लंबित रिपोर्ट विधानसभा में रखें. 


सीएजी रिपोर्ट पेश करे सरकार 

एलजी ऑफिस ने बुधवार को एक बयान में कहा कि 2020-2021 की अवधि की बारह नियंत्रक और महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट राज्य सरकार के पास लंबित हैं. उन्होंने कहा कि इन रिपोर्टों में राज्य वित्त लेखा परीक्षा, वाहन वायु प्रदूषण की रोकथाम, सार्वजनिक स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा और सेवाएं, शराब का विनियमन और आपूर्ति, वित्त खाते और विनियोग खाते से संबंधित रिपोर्ट शामिल हैं. 


दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि उनकी पार्टी के विधायक आप सरकार को दिल्ली के 20 मिलियन लोगों की समस्याओं पर चर्चा करने के लिए मजबूर करेगी. उन्होंने कहा कि विपक्ष आगामी विधानसभा सत्र में आक्रामक रुख अपनाएगा और मानसून के दौरान बारिश से संबंधित मौतों, लंबित सीएजी रिपोर्टों को पेश करने, राशन कार्ड जारी न करने, पानी की कमी, ठप वृद्धावस्था पेंशन, बदहाल परिवहन प्रणाली और छठे दिल्ली वित्त आयोग का गठन न करने जैसे मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगेंगें. 


सदन में सरकार को घेरेगी बीजेपी 


विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड के 73 हजार करोड़ रुपये के कर्ज, कथित भ्रष्टाचार, कॉलेजों की रुकी हुई फंडिंग और बीजेपी विधायकों के साथ भेदभाव जैसे मुद्दे भी सत्र के दौरान उठाए जाएंगे. 


बता दें कि 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा की वर्तमान ताकत 67 है. आप के दो विधायकों का बीजेपी में शामिल होने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया था, जबकि पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी हालिया चुनावों में दक्षिण दिल्ली के सांसद चुने गए थे. साल 2020 के चुनावों में 62 सीटें जीतने वाली आम आदमी पार्टी (आप) की प्रभावी ताकत वर्तमान में 58 है. इसके दो विधायकों को दलबदल विरोधी कानून के तहत अयोग्य ठहराया गया था. बीजेपी के पास वर्तमान में सदन में सात विधायक हैं.


आप सूत्रों ने कहा कि विधानसभा में राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया सहित इसके शीर्ष नेता बीजेपी और केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश करेंगे


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