Delhi Water Crisis: जल संकट के बीच आतिशी ने मंत्री गजेंद्र शेखावत को लिखा पत्र, हरियाणा-यूपी से पानी दिलाने की मांग
Delhi Water Crisis: दिल्ली में पानी के लिए त्राहि-त्राहि मची हुई हुई. दिल्ली सरकार ने पानी की कमी के लिए हरियाणा सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. वहीं मंत्री आतिशी ने केंद्र सरकार को पत्र लिखा है.
Delhi Water Crisis News: राजधानी दिल्ली में भीषण गर्मी के बीच पानी का संकट गहराता जा रहा है. जिसको लेकर एक तरफ जहां केजरीवाल सरकार बीजेपी के निशाने पर है. वहीं दूसरी तरफ दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने जल संकट से निपटने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा है. केंद्रीय जलमंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को पत्र लिखकर मंत्री आतिशी ने दिल्ली को अतिरिक्त पानी दिलवाने की मांग की है.
पत्र में लिखा गया है कि दिल्ली में भीषण गर्मी के कारण की कमी हो गई है. हरियाणा से भी कम पानी आ रहा है. दिल्ली को हीटवेव के दौरान ज्यादा पानी की जरूरत है. इसलिए दिल्ली को हरियाणा या उत्तर प्रदेश से अतिरिक्त पानी दिलवाया जाएं.
जल संकट के हरियाणा सरकार को ठहराया जिम्मेदार
इससे पहले दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने दिल्ली में जल संकट के लिए हरियाणा सरकार को जिम्मेदार ठहराया गया था. उनकी तरफ से कहा गया था कि दिल्ली में जल संकट की वजह हरियाणा सरकार की तरफ़ से यमुना में पानी नहीं छोड़ा जाना है.दिल्ली पानी के लिए यमुना पर ही निर्भर है. यमुना के पानी से दिल्ली के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट चलते है.
दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने दिल्ली जल संकट के मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत को पत्र लिखा
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 31, 2024
पत्र में लिखा है, "मैं आपसे अनुरोध करने के लिए लिख रही हूं कि आप सुनिश्चित करें कि दिल्ली के लिए पानी का कुछ प्रावधान किया जाए, चाहे वह हरियाणा से हो या उत्तर प्रदेश से या किसी… pic.twitter.com/d1RBWOaaLm
वजीराबाद में यमुना का पानी रोका जाता है जिसके बाद तीन वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के जरिए वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला को पानी दिया जाता है. आतिशी ने मैंने खुद वहां का निरीक्षण किया तो देखा कि जो नॉर्मल वॉटर लेवल 374 फीट होना चाहिए वो पानी का स्तर 370.2 फीट पर है. जब यमुना में पानी नहीं छोड़ा जाएगा तो स्वाभाविक है कि वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पर असर पड़ेगा.
पानी को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंची AAP सरकार
वहीं हरियाणा से खींचतान के बीच दिल्ली सरकार पानी को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गई है. दिल्ली सरकार की तरफ से सर्वोच्च अदालत में एक याचिका दाखिल की गई है. जिसमें दिल्ली ने हरियाणा और हिमाचल से पानी की मांग की है.
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