Delhi Water Crisis: भीषण गर्मी के बीच देश की राजधानी दिल्ली बूंद बूंद को तरस रही है. पानी की किल्लत पर सियासत में उबाल है. बीजेपी और आम आदमी पार्टी आमने सामने हैं. पानी नहीं मिलने पर छतरपुर की जनता का धैर्य आज जवाब दे गया. लोगों ने जल बोर्ड के ऑफिस पर पथराव कर दिया. पत्थरबाजी में दफ्तर के शीशे टूट गये. भारी संख्या में महिलाएं भी मटका लेकर प्रदर्शन करने पहुंची थीं. प्रदर्शनकारियों ने मुर्दाबाद के नारे भी लगाये.


प्रदर्शनकारी चंद्रपाल बैरवा ने बताया कि इलाके में लोगों को पानी नहीं मिल रहा है. जल बोर्ड के अधिकारी फरियाद नहीं सुनते हैं. विधायक भी जनता की सुध नहीं ले रहे हैं. उन्होंने बताया कि एक वाटर टैंकर की अर्जी डालने के लिए 5 बार जल बोर्ड का चक्कर लगाना पड़ता है. 500 रुपये खर्च होने के बाद जल बोर्ड से एक टैंकर पहुंचता है.


एक ड्रम पानी भरने के 100 रुपये देने पड़ते हैं. विधायक को लोगों की समस्या से मतलब नहीं है. प्रदर्शनकारियों ने बीजेपी के पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी से जल समस्या की शिकायत की. उन्होंने जल मंत्री आतिशी से सवाल पूछे. पूर्व सांसद ने कहा 10 सालों में जल उत्पादन की क्षमता नहीं बढ़ी है. 






'दिल्ली सरकार ने वर्षा जल संचयन पर काम क्यों नहीं किया?'


2014 में 950 एमजीडी पानी का उत्पादन होता था. दिल्ली सरकार ने जल उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए पिछले 10 वर्षों में कुछ भी नहीं किया. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने वर्षा जल संचय पर काम क्यों नहीं किया. वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता को क्यों नहीं बढ़ाया गया. सिर्फ आरोप लगाने से दिल्ली में जल समस्या का समाधान नहीं हो सकता. रमेश बिधूड़ी ने कहा कि महिलाओं को मुफ्त यात्रा, गरीबों को मुफ्त बिजली का लालच देकर आम आदमी पार्टी ने सरकार बना ली.




पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी ने मंत्री आतिशी से पूछे चुभते सवाल


पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी ने कहा आज हजारों रुपये खर्च करने के बाद भी लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है. उन्होंने कहा कि जल संकट की जिम्मेदार दिल्ली सरकार की जल मंत्री आतिशी हैं. उन्होंने कहा कि पानी की किल्लत से लोग त्रस्त हो चुके हैं. लोगों का धैर्य आज जवाब दे गया. जल बोर्ड के ऑफिस पर पथराव को उन्होंने गलत ठहराया.


उन्होंने कहा कि लोगों का गुस्सा जायज है. लेकिन इस तरह से सरकारी संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाया जा सकता. उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों को बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने रोकने की  कोशिश भी की. उन्होंने लोगों से सरकारी संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाने की अपील की. 




दिल्ली में जल बोर्ड ऑफिस में तोड़फोड़ करने वाला कौन है? मंत्री आतिशी ने किया ये दावा