Delhi Jal Board Plan For 24 Hour Supply: दिल्ली (Delhi) में पानी उत्पादन 956 एमजीडी के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है. यह जानकारी दिल्ली के जल मंत्री और दिल्ली जल बोर्ड अध्यक्ष सत्येंद्र जैन (Satyendar Jain) की ओर से दी गई. उन्होंने बताया कि दिल्ली जल बोर्ड (Delhi Jal Board) ने रिकॉर्ड मात्रा में पानी का उत्पादन करके एक नया रिकॉर्ड बनाया है और नए वॉटर फिल्टर के चालू होने के बाद चंद्रपॉल डब्लयूटीपी ने रिकॉर्ड 100 एमजी के आंकड़े को भी पार कर लिया है.


मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली सरकार धीरे-धीरे दिल्ली के निवासियों को 24 घंटे पानी की आपूर्ति के लक्ष्य की ओर तेजी से आगे बढ़ रही हैं. आमतौर पर, दिल्ली में दैनिक जल उत्पादन औसतन 940-945 एमजीडी रहता है. लेकिन सोमवार को जब सभी वॉटर ट्रीटमेंट ने अपनी क्षमता के पीक पर काम करना चालू किया, तो यह बढ़कर 956 एमजीडी हो गया. यानी कि दिल्ली जल बोर्ड के ट्रीटमेंट प्लांट 1 दिन में रिकॉर्ड तोड़ 956 एमजीडी पानी को साफ किया है, और अब दिल्ली में पानी के इस उत्पादन से सप्लाई में कई गुना उछाल आया है.


प्लांटों को अपग्रेड करने से बढ़ा उत्पादन


उल्लेखनीय है कि दिल्ली में सभी 9 जल उपचार संयंत्र (डब्ल्यूटीपी) अपनी चरम क्षमता पर काम कर रहे हैं. इसलिए दिल्ली जल बोर्ड यह उपलब्धि हासिल कर पाया है. यह डब्ल्यूटीपी, वजीराबाद, चंद्रवाल, भागीरथी, सोनिया विहार, हैदरपुर, नांगलोई, द्वारका, बवाना और ओखला में स्थित हैं.


दिल्ली सरकार ने अपने जल उपचार संयंत्रों को नए और आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर उन्हें अपग्रेड किया है. इन संयंत्रों में लगे नए सैंड फिल्टर पानी की सफाई में उल्लेखनीय बदलाव ला रहे हैं, इससे चंद्रवाल जल उपचार संयंत्र को पहले दर्ज किए गए 94 एमजीडी की तुलना में 100 एमजीडी के जल उत्पादन रिकॉर्ड को पार करने में मदद मिली है. इसी तरह, हैदरपुर डब्ल्यूटीपी में रिकॉर्ड 235.45 एमजीडी जल का उत्पादन हुआ, जबकि नांगलोई डब्ल्यूटीपी में 43.69 एमजीडी जल उत्पादन दर्ज की गई. मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि सिस्टम को कुशल और मजबूत बनाने के लिए पुराने तरीकों से चलने वाले संयंत्रों को अब अपग्रेड किया जा रहा है.


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24 घंटे आपूर्ति की दिशा में हो रहा तेजी से काम


दिल्ली जल बोर्ड 24 घंटे जलापूर्ति की परियोजनाओं से संबंधित कार्यों में तेजी लाने के लिए नई और अत्याधुनिक तकनीकों को नियोजित कर रहा है. इससे पहले, बोर्ड ने एक इन-हाउस तकनीक विकसित की थी, जिसे 'एक्सट्रैक्शन वेल' के रूप में जाना जाता है, जिसमें पारंपरिक ट्यूबवेल की तुलना में पांच गुना अधिक पानी निकालने की क्षमता होती है.


दिल्ली जल बोर्ड पानी के उत्पादन को बढ़ाने के लिए अलग-अलग नवीन परियोजनाओं जैसे अमोनिया हटाने के संयंत्र, जिससे अमोनिया इंटॉक्सिकेशन ख़त्म होगा और लवणता को कम करने के लिए आरओ प्लांट, टोटल हाई डिज़ॉल्व्ड सॉलिड (टीडीएस) कम करने का प्लांट, मौजूदा डब्ल्यूटीपी क्षमता को बढ़ाने के लिए उन्नत फिल्टर और सूक्ष्म प्रदूषकों को हटाने के लिए अल्ट्राफिल्ट्रेशन जाली लगाने जैसे कदम शामिल है. दिल्ली सरकार का कहना है कि दिल्ली के हर घर में 24 घंटे पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए ऐसी नवीन तकनीकों का इस्तेमाल आने वाले वक़्त में भी करता रहेगा, ताकि इस लक्ष्य को जल्द से जल्द पूरा किया जा सके.


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