Delhi water crisis in summer: ​दिल्ली में गर्मी का फरवरी माह में ही दस्तक देने से पानी की किल्लत अभी से शुरू होने के संकेत मिलने लगे हैं, लेकिन दिल्ली सरकार (Delhi government) में तीन दिन पहले मंत्री बने आप विधायी सौरभ भारद्वाज (Saurabh Bhardwaj) ने साफ कर दिया है कि दिल्ली वालों को पानी की किल्लत करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हम भीषण गर्मियों में निर्बाध तरीके से पहले की तरह पानी की आपूर्ति जारी रखेंगे. इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि बहुत हमारी सरकार पूर्वी (East Delhi) और उत्तर पूर्वी दिल्ली (North East Delhi) इलाके में 24 घंटे पानी की आपूर्ति का काम शुरू कर देगी. ऐसा होते ही हमारा दिल्ली के लोगों से किया गया वादा भी पूरा हो जाएगा. 


दिल्ली सरकार में पेयजल मंत्री सौरभ भारद्वाज ने द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत बताया कि सरकार पूर्वी और उत्तर पूर्वी दिल्ली में निर्बाध जल आपूर्ति प्रदान करने पर काम कर रही है.इसके लिए कंपनी ने परियोजना का प्रभार दिया और कहा कि 15 mgd (प्रति दिन मिलियन गैलन) की कमी थी. वर्तमान में हम 165 एमजीडी पाीन की आपूर्ति कर रहे हैं, लेकिन 24×7 आपूर्ति के लिए उनकी आवश्यकता 180 एमजीडी की है. पेयजल मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हमने पानी की कमी को पाटने के लिए बड़े, भूमिगत ट्यूबवेल स्थापित किए जा सकने वाले इन इलाकों का सर्वेक्षण कराया था. चिन्हित स्थानों पर हाइपर ट्यूबवेल लगाए जाएंगे.


पानी टैंकर वाले इस बार नहीं कर पाएंगे ये काम 


अब पूरे पूर्वी और उत्तर पूर्वी दिल्ली में 24×7 पानी की बेरोकटोक सप्लाई तय करने के लिए जिम्मेदारी एजेंसियों को जरूरी पानी की लाइनें बिछाने, पानी के मीटर लगाने और बिलिंग की तैयारी के लिए दो से तीन सप्ताह के भीतर टेंडर मंगाने का काम पूरा हो जाएगा. नवनियुक्त मंत्री सौरभ भारद्वाज के मुताबिक जनवरी के अंत से आप सरकार मई, जून और जुलाई के दौरान चिलचिलाती गर्मी में पर्याप्त मात्रा में पानी की आपूर्ति जारी रखने के लिए लंबे अरसे से प्रयास कर रही थी.जनवरी के अंत से विधायकों से जरूरी टैंकरों का हिसाब लगाने को कह दिया था. इस पानी के सभी टैंकरों में जीपीएस भी लगाए जा रहे हैं. ताकि इस बात की जांच संभव हो सके कि टैंकर किस लोकेशन पर है और गंतव्य तक पहुंचने में कितना समय लगेगा. दिल्ली में चलने वाले पानी के टैंकर इस बार लोगों से झूठे दावे नहीं कर पाएंगे.सभी टैंकरों में जीपीएस है.उसी के आधार पर उन्हें पेंमेंट किया जा रहा है.इतना ही नहीं, टैंकर संचालकों से साफ कर दिया है कि अगर पानी की आपूर्ति नहीं हुई तो भुगतान भी नहीं होगा.


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