Delhi News: गर्मियों की शुरुआत होते ही दिल्ली में पीने के पानी की समस्या एक बार फिर से गंभीर रूप लेती नजर आ रही है. दिल्ली के कई इलाकों और कॉलोनियों में पीने के पानी की आपूर्ति सही तरीके से नहीं हो पाने के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पानी की इसी दिक्कत का सामना द्वारका मोड़ से सटे सेवक पार्क की सोसाइटी में रहने वाले लोगों को भी करना पड़ रहा है. यहां पिछले 10 दिनों से पानी न आने की वजह से तीन दिनों पहले लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने अपनी नाराजगी उत्तम नगर-नजफगढ रोड को जाम कर जाहिर की थी. इस दौरान लोगों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और स्थानीय विधायक नरेश बलयान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
पानी की कमी से परेशान लोगों ने किया सड़क जाम
पानी को लेकर सड़क जाम कर प्रदर्शन कर रहे लोगों में काफी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं, जिन्होंने विशेष तौर पर केजरीवाल सरकार की पानी की आपूर्ति में विफलता को लेकर आलोचना की. सड़क पर प्रदर्शन की वजह से उत्तम नगर-नजफगढ रोड पर काफी लंबा जाम लग गया था. इसके बाद लोगों की भारी भीड़ को नियंत्रित कर उन्हें सड़क से हटाने के लिए स्थानीय पुलिस को मौके पर आना पड़ा था. यहां लोगों को सड़क से हटाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी थी. हालांकि, जाम की जानकारी मिलते ही मौके पर स्थानीय पार्षद दीपक वोहरा और इलाके के विधायक नरेश बलयान मौके पर पहुंचे और उन्होंने लोगों को समझाया. साथ जल्द ही उनकी पानी की समस्या के समाधान का आश्वासन दिया, लेकिन आज तीन दिन बीत जाने के बाद भी उनकी समस्या जस की तस बनी हुई है.
विधायक पर झूठा आश्वासन देने का आरोप
लोगों का कहना है कि, पिछले 10 दिनों से उनके घरों में पानी नहीं आ रहा है. पीने का पानी भी उन्हें बाजारों से मंहगे दामों पर खरीद कर लाना पड़ रहा है. वहीं नहाने-धोने के लिए उन्हें बूंद-बूंद पानी को तरसना पड़ रहा है. नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि केजरीवाल से दिल्ली तो संभल नहीं रही है और वे दूसरे प्रदेशों में अपना मुख्यमंत्री बनाने चले हैं. चुनाव के वक़्त तो हाथ जोड़ कर बड़े-बड़े वादे किए गए थे, लेकिन चुनाव के बाद सब भूल गए. उनका कहना है कि वो फ्री पानी-बिजली देने की बात करते हैं, लेकिन उन लोगों को पानी तो मिल ही नहीं रहा है, बिजली भी खूब काटी जा रही है. वहीं विधायक नरेश बलयान पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि, उनके पास समस्या लेकर जाने के बाद उन्हें सिर्फ और सिर्फ झूठे आश्वासन मिलते हैं.
पानी के कारण रोजमर्रा के काम में हो रही दिक्कत
बूंद-बूंद पानी को तरस रही महिलाओं का कहना है कि, घर के रोजमर्रा के काम से लेकर खाने-पीने तक में पानी की जरूरत होती है. बच्चों को स्कूल भेजना जाना होता है, लेकिन उनके पास पानी नहीं होता है. इस कारण न बच्चे स्कूल जा पा रहे हैं और ना ही उनके हसबैंड काम पर जा पा रहे हैं. कई बार शिकायतों के बाद पानी का एक टैंकर भेजा जाता है, लेकिन उनके लिए टैंकर से पानी को कई मंजिल ऊपर तक लेकर जाना संभव नहीं हो पाता है. जबकि प्राइवेट टैंकर के लिए 5 हजार रुपये की मांग की जाती है. लोगों का आरोप है कि ये लोग निगम पार्षद, स्थानीय विधायक सहित दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों तक अपनी शिकायत पहुंचा चुके हैं, लेकिन अब तक इनके पानी की समस्या का समाधान नहीं हुआ है.