Delhi News: दिल्ली की जल मंत्री आतिशी (Atishi) ने 'टैंकर माफिया' के मुद्दे पर उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना (Vinai Kumar Saxena) को चिट्ठी लिखी है. इसमें उन्होंने कहा कि टैंकर माफिया के साथ दिल्ली सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों की संभावित मिलीभगत की जांच की जरूरत है. आतिशी ने कहा, "जनवरी 2023 में, डीजेबी द्वारा 1179 टैंकर तैनात किए गए थे और जून 2023 में यह संख्या 1203 थी. जनवरी 2024 में मेरी मंजूरी के बिना इसे घटाकर 888 कर दिया गया."
इसके साथ ही उन्होंने ये भी मांग की कि दिल्ली में मुनक नहर के विस्तार पर गश्त के लिए एक ACP स्तर के पुलिस अधिकारी को तैनात किया जाना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वहां कोई अवैध तरीक़े से पानी भरने की गतिविधि न हो.
मैं लगातार उठाती रही हूं मुद्दा- आतिशी
आतिशी ने कहा, ''मैं पानी के टैंकर की कमी से जुड़ी शिकायतों को लगातार उठाती रही हूं और दिल्ली जल बोर्ड के सीईओ से संख्या बढ़ाने की मांग करती रही हूं, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. 14 मार्च, 3 अप्रैल और फिर 12 अप्रैल को मैंने मुख्य सचिव को टैंकर की संख्या बढ़ाने की मांग की थी क्योंकि पिछले साल जितने टैंकर ही तैनात किए गए थे, लेकिन उन्होंने भी निर्देश का पालन नहीं किया. दिल्ली जल बोर्ड द्वारा वॉटर टैंकर में कटौती किए जाने के कारण ही टैंकर माफिया फल-फूल रहे हैं, जो कि अवैध रूप से पानी बेच रहे हैं.''
जांच की धमकी के बाद भी नहीं बढ़ाई गई टैंकर की संख्या
मंत्री आतिशी ने आगे लिखा, ''अगर मंत्री के निर्देश के बाद भी दिल्ली जल बोर्ड में तैनात टैंकरों की संख्या अधिकारियों द्वारा नहीं बढ़ाई जाती, तो टैंकर माफिया और अधिकारियों के बीच सांठ-गांठ गंभीर चिंता का विषय है. वास्तव में, जब गंभीर जल संकट पैदा हुआ और मैंने खुली बैठक में सांठ-गांठ की जांच की धमकी दी, तब जाकर टैंकर की संख्या बढ़ाई गई. फिर भी जल बोर्ड द्वारा तैनात किए गए टैंकर की संख्या 2023 जून के मुकाबले कम है, जबकि उस वक्त से कहीं ज्यादा गंभीर हीटवेव और जल की कटौती की स्थिति है.''
आतिशी ने की मुख्य सचिव को सस्पेंड करने की मांग
आतिशी ने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड के सीईओ और मुख्य सचिव के टैंकर माफिया के साथ सांठ-गांठ की जांच के लिए एक कमिटी का गठन किया जाना चाहिए. जब तक जांच ना हो, दोनों अधिकारियों को निलंबित कर दिया जाए, ताकि जांच प्रभावित ना हो.
य़े भी पढ़ें- Delhi: तिहाड़ जेल में सीएम केजरीवाल से मिले भगवंत मान, चुनाव के नतीजे आने के बाद पहली मुलाकात