Delhi Weather Report 2021: साल 2021 बस कुछ ही घंटों के बाद खत्म हो जाएगा और नए साल की शुरुआत हो जाएगी. इस साल को लोग कई बड़ी घटनाओं और बदलाव को लेकर याद करेंगे. मौसम के लिहाज से भी 2021 में काफी परिवर्तन देखा गया. देश की राजधानी दिल्ली के ही मौसम की बात करें तो यहां हर महीने रिकॉर्ट टूट रहे थे. ये इस बात का भी संकेत है कि जलवायु संकट का प्रभाव समय के साथ और बढ़ता जा रहा है.
दिल्ली में इस साल की शुरुआत और अब जब साल खत्म होने जा रहा है तो यहां ज्यादा शीत लहर चली. साल 2008 के बाद जनवरी में सबसे अधिक 7 दिनों तक शीत लहर चली. वहीं 2021 में मानसून भी ज्यादा देखा गया. यही कारण है कि अक्टूबर के अंत तक बारिश हुई. दिल्ली में 29 दिसंबर तक 1,512.4 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो 1933 में 1,534.3 मिमी के बाद दूसरी सबसे अधिक बारिश थी. पिछले 21 सालों में जनवरी के महीने में सबसे ज्यादा बारिश हुई और 56.6 मिमी बारिश दर्ज की गई.
120 सालों में दूसरा सबसे गर्म महीना था फरवरी
इस साल दिल्ली में गर्मी भी जमकर पड़ी. जून के महीने में तो लू भी लग रहे थे. पिछले 120 सालों में दिल्ली में फरवरी का महीने सबसे गर्म रहा. मौमस विभाग के आंकड़ों के अनुसार 76 सालों के बाद मार्च के महीने में सबसे गर्म दिन रहा. फरवरी में पूरे महीने का औसत अधिकतम तापमान 27.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, यह पिछले 120 सालों में दूसरा सबसे गर्म फरवरी था. 2006 में औसत अधिकतम 29.7 डिग्री था. वहीं 29 मार्च को अधिकतम तापमान 40.1 डिग्री सेल्सियस को छू गया, जो साल के अभी के सामान्य से आठ डिग्री अधिक है.
इसके बाद अप्रैल के महीने में ठंड महसूस की गई. दिल्ली में 4 अप्रैल को न्यूनतम तापमान 11.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पिछले 12 सालों में इस महीने का न्यूनतम तापमान था. जबकि 19 मई को चक्रवात के कारण दिल्ली में 119.3 मिमी बारिश हुई, जो इस महीने की एक दिन अब तक की सबसे अधिक बारिश है. उस दिन दिल्ली का अधिकतम तापमान सिर्फ 23.8 डिग्री सेल्सियस था, जो 1951 के बाद से सबसे कम था.
30 जून को 43.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था तापमान
जून के महीने में बेहद गर्मी महसूस की गई. 30 जून को तो तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था, जो सामान्य से सात डिग्री ज्यादा था. जुलाई से बारिश के कई रिकॉर्ड टूटे. जुलाई में तीन बार भारी बारिश रिकॉर्ड कया गया और बारिश का आंकड़ा 507.1 मिमी तक पहुंच गया, जो दिल्ली में अब तक का दूसरा सबसे अधिक है. अगस्त में दिल्ली में एक ही दिन में 138.8 मिमी की बारिश हुई. 2007 के बाद अगस्त के महीने में एक दिन में यह सबसे अधिक बारिश है.
दिल्ली में सितंबर में 413.3 मिमी बारिश दर्ज की गई. इसके साथ ही 1944 के बाद से महीने में सबसे ज्यादा बारिश और 121 साल में दूसरी सबसे ज्यादा बारिश हुई. मानसून को जाने में13 दिनों की देरी हुई. लेकिन 8 अक्टूबर को फिर वापस आ गया. हालांकि 18 अक्टूबर को 87.9 मिमी की बारिश के कारण दिल्ली में महीने के दौरान 122.5 मिमी बारिश हुई, जो इस महीने में चौथी सबसे ज्यादा बारिश है.
नवंबर के महीने में नहीं टूटा कोई बड़ा रिकॉर्ड
दिल्ली में नवंबर में मौसम का कोई बड़ा रिकॉर्ड नहीं टूटा, क्योंकि इस महीने में पश्चिमी विक्षोभ दर्ज नहीं किया गया था. इस महीने में वायु प्रदूषण बहुत ज्यादा था और महीने का औसत अधिकतम तापमान 27.8 डिग्री सेल्सियस था, जो 2013 के बाद सबसे कम था. दिसंबर अब तक सामान्य से अधिक गर्म रहा है, औसत न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री सेल्सियस रहा है, जो 2017 के बाद से सबसे अधिक है. दिल्ली में 19 से 21 दिसंबर के बीच तीन दिन शीत लहर चली और न्यूनतम पारा 3.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. यह 2019 के बाद से दिसंबर में सबसे कम था. मौसम विभाग के वैज्ञानिकों का कहना है कि 2021 दिल्ली के लिए एक असामान्य साल रहा, जिसमें लगातार पश्चिमी विक्षोभ और बारिश का असर देखा गया. मार्च में असामान्य रूप से गर्म के दिन को छोड़कर मई तक हर महीने में छह से आठ पश्चिमी विक्षोभ देखे गए और बहुत बारिश हुई. दिल्ली में सालाना 1,500 मिमी से अधिक बारिश होती है.
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