Delhi Weather Report: भारत मौसम विज्ञान विभाग के प्रमुख मृत्युंजय महापात्रा ने दिल्ली की बारिश को लेकर किए गए पूर्वानुमान पर एक जानकारी दी है. आईएमडी प्रमुख ने मृत्युंजय महापात्रा ने कहा है कि जून और जुलाई में दिल्ली में बारिश होने संबंधी आईएमडी का पूर्वानुमान 80 फीसदी से ज्यादा सटीक साबित हुआ है. आईएमडी के महानिदेशक ने कहा कि प्रभाव आधारित पूर्वानुमान एक हालिया घटनाक्रम है और इसमें वक्त के साथ सुधार होगा तथा यह 2025 तक और सटीक होगा.


प्रभाव आधारित पूर्वानुसान, मौसम के काफी खराब होने से पहले ही सूचना मुहैया कराता है ताकि सामाजिक-आर्थिक नुकसान को न्यूनतम किया जा सके. इसमें रंग आधारित चेतावनियां और खतरे का स्तर शामिल है. इसके तहत हरे, पीले और लाल रंग से संबंधित चेतावनियां जारी की जाती हैं.


भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के प्रमुख ने जून और जुलाई में दिल्ली के लिए बारिश से संबंधित कई पूर्वानुमानों के गलत होने संबंधी खबरों को खारिज करते हुए कहा, ‘‘ यह सही नहीं है. दिल्ली में जून और जुलाई के दौरान आईएमडी की ओर से किए गए बारिश के पूर्वानुमान 80 फीसदी से ज्यादा सटीक साबित हुए.’’ हालांकि उन्होंने माना कि मौसम ब्यूरो ने एक बार दो-तीन दिन के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया था जिसे फौरन वापस ले लिया गया.


उन्होंने कहा कि मौसम का पूर्वानुमान जारी करना आसान काम नहीं है और इसमें स्थिति अनिश्चित होती है. महापात्रा ने कहा, “ मौसम पूर्वानुमान और वायुमंडलीय विज्ञान में दो जमा दो, चार नहीं होते हैं.” उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, “ दुनिया भर की मौसम संबंधी एजेंसियां रोज़ाना अपने पूर्वानुमान को अद्यतन करती हैं. हमने भी ऑरेंज अलर्ट को वापस लिया जब हमें लगा कि इसकी जरूरत नहीं है.”


Electricity Amendment Bill: बिजली संशोधन बिल आया तो उपभोक्ताओं को मिलेंगे मजबूत अधिकार, जानिए क्या है बिल में खास ?


महापात्रा ने यह भी कहा कि विभाग ने सिर्फ तीन साल पहले ही प्रभाव आधारित पूर्वानुमान जारी करना शुरू किया है. उन्होंने कहा, “ यह नया घटनाक्रम है. कुछ देश ही हैं जो स्थान विशिष्ट और प्रभाव आधारित पूर्वानुमान जारी करते हैं. निश्चित रूप से कुछ सीमाएं हैं लेकिन वक्त के साथ सुधार होगा.”


Delhi Corona Update: राजधानी में सरकार ने फिर बढ़ाई पाबंदियां, मास्क नहीं पहनने पर कटेगा 500 रुपए का चालान