Delhi News: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने अप्रैल 2015 से दिल्ली की वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) मापना शुरू किया है, जब से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इस बार जनवरी का महीना मौसम के हिसाब से सबसे साफ़ दर्ज किया गया. इस बार दिल्ली में मुख्य रूप से अधिक बारिश, कम कोहरा वाले दिन और इस महीने में आये सात पश्चिमी विक्षोभों को आधार बनाया गया.
इस साल जनवरी 2022 में शहर का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 279 रहा है, वहीं पिछले साल जनवरी 2021 महीने का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 324 दर्ज किया गया था. मौसम विभाग के विशषज्ञों ने इस नए साल के जनवरी महीने में, औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक पिछले सालों के मुकाबले साफ़ होने के कारणों को बताते हुए कहा कि, जब एक मजबूत पश्चिमी विक्षोभ किसी क्षेत्र को प्रभावित करता है तो इससे बारिश, तापमान और हवा की गति में वृद्धि का कारण बनता है. इससे हवा की गुणवत्ता में सुधार होता है. उन्होंने आगे बतया कि, इस बार शहर में बारिश पिछले 121 साल में जनवरी 2022 में सबसे अधिक दर्ज की गई.
सीपीसीबी के जरिये जारी आंकड़ों के मुताबिक, इस साल जनवरी में दो दिन हवा की गुणवत्ता संतोषजनक श्रेणी में दर्ज किया गया. जबकि इस साल के मुकाबले पिछले साल जनवरी में आदर्श वायु गुणवत्ता का कोई दिन नहीं देखा गया था. वहीं इसी साल जनवरी में मौसम वायु गुणवत्ता "मध्यम श्रेणी" की दर्ज की गई. जनवरी 2022 में, 31 दिनों में से 26 दिनों में हवा की गुणवत्ता "खराब" से "गंभीर" ( AQI 201 से ऊपर) श्रेणी में दर्ज किया गया. इसकी तुलना में, जनवरी 2021, 2019 और 2017 में इस तरह हवा की गुणवत्ता 29 दिन थे, वहीं 2016 और 2018 में 31 दिन, जबकि जनवरी 2020 में इस तरह के 28 दिन दर्ज किये गए थे.
टाइम्स ऑफ़ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक, सीपीसीबी की एयर लेबोरेटरी के पूर्व प्रमुख दीपंकर साह ने बताया, "इस साल जनवरी में वायु गुणवत्ता सूचकांक पिछले साल की तुलना में बहुत कम "गंभीर" और "बहुत खराब" श्रेणी में दर्ज की गई है. वहीं इस बार रुक रुक कर होने वाली बारिश, हवा की औसत गति 5 मीटर/ सेकंड रही है, साथ ही कम गंभीर कोहरे वाले दिनों के कारण यह महीना बेहतर रहा है.
सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट की डायरेक्टर अनुमिता रॉयचौधरी ने कहा, सर्दिय खतम होने वाली हैं. लेकिन 28 जनवरी के बाद से PM2.5 के औसत स्तर में इजाफा हो रहा है. उन्होंने आगे कहा कि, इस महीने प्रदूषण के बेहतर मासिक औसत स्तर के लिए रिकॉर्ड बारिश और विशेष ठंडक वाले दिनों के कारण रहा है. हवा की गुणवत्ता के पैटर्न पर बदलते जलवायु के प्रभाव के हस्तक्षेपों को समझना होगा." हम आपको बता दें दिल्ली ने साल 2021 में सबसे साफ़ वायु गुणवत्ता अक्टूबर महीने में दर्ज की गई और सबसे खराब श्रेणी नवंबर में दर्ज किया.
यह भी पढ़ें: