Delhi Weather News: दशहरे के एक दिन बाद यानी रविवार को न्यूनतम तापमान में गिरावट के साथ दिल्ली की वायु गुणवत्ता सूचकांक बिगड़कर 'खराब' श्रेणी में पहुंच गई. दिल्ली के मौसम में हुए इस बदलाव ने प्रदूषण नियंत्रण से जुड़ी एजेंसियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. साथ ही अब लोगों को भी प्रदूषण से जूझने के लिए तैयार रहना होगा.


ऐसा इसलिए कि एक्यूआई में बढ़ोतरी के मद्देनजर केंद्र ने दिल्ली एनसीआर में चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्य योजना (GRAP) के प्रथम चरण को लागू करने के संकेत दिए हैं. इसके लिए सभी सरकारी एजेंसियों को अलर्ट रहने को कहा गया है. 


दरअसल, शनिवार को दशहरा उत्सव के दौरान राष्ट्रीय राजधानी के खुले मैदानों में पटाखों से बने रावण, उसके भाई कुंभकर्ण और पुत्र मेघनाद के पुतले जलाए गए थे. इसके बाद केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से रविवार शाम शाम चार बजे जारी रिपोर्ट के मुताबिक  वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 224 पर पहुंच गया, जिसे खराब श्रेणी का माना जाता है.


क्या है ग्रैप?


ग्रैप का पूरा नाम ग्रेडेड रिस्‍पॉन्‍स एक्‍शन प्‍लान (चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्य योजना) है. इसे दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण बढ़ने पर लागू किया जाता है. इसे लागू करने की जिम्मेदारी केंद्रीय एजेंसी सीएक्यूएम (CAQM) की है. इसे दिल्ली-एनसीआर में तय सीमा सीमा से ज्यादा प्रदूषण होने पर लागू किया जाता है. ग्रैप प्रदूषण की वजह से हवा की गुणवत्ता में और गिरावट रोकने के लिए अपनाए जाने वाले आपातकालीन  (Emergency) कार्य योजना है. 


न्यूनतम तापमान और गिरने का अनुमान 


मौसम ​विभाग के मुताबिक 14 से लेकर 19 अक्टूबर तक दिल्ली में बादल छाए रहेंगे. इस दौरान न्यूनतम तापमान गिरकर 16 डिग्री तक पहुंचने की संभावना है. रविवार को दिल्ली में  न्यूनतम तापमान 18.6 डिग्री दर्ज किया गया था, जो सामान्य से कम है. हालांकि, रिज एरिया में न्यूनतम तापमान 13 अक्टूबर को 16 डिग्री दर्ज किया. वहीं अधिकतम तापमान 33 से 34 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है. 


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