Weather Update Today: दिल्ली समेत उत्तर भारत में शीतलहर ने बढ़ाई ठंड, चंडीगढ़, बीकानेर और भटिंडा में कोहरे से विजिबिलिटी हुई 0
Weather News: आज साल के आखिरी दिन शीत लहर और घने कोहरे का प्रकोप छाया हुआ है. पश्चिमी विक्षोभ की वजह से उत्तरी भारत के कई इलाको में न्यूनतम तापमान चार डिग्री तक पहुंच गया है.
Delhi News: दिल्ली-एनसीआर समेत पंजाब, चंडीगढ़ और उत्तरी भारत के कुछ हिस्सों में चल रही शीतलहर (Cold wave) की वजह से ठंड बढ़ती जा रही है. घना कोहरा छाए रहने की वजह से भटिंडा, चंडीगढ़ और बीकानेर में विजिबिलिटी सिर्फ 0 मीटर दर्ज की गई है. वही राजस्थान के फलौदी में पंजाब के लुधियाना और यूपी के बरेली और वाराणसी में 25 मीटर विजिबिलिटी (Visibility) दर्ज की गई है. जहां विजिबिलिटी ज्यादा कम है वहां चारों तरफ वातावरण में धुंधलापन नजर आ रहा है. भारतीय मौसम विभाग के अनुसार शीतलहर के बीच दिल्ली के पालम में न्यूनतम तापमान 12.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
शीतलहर की वजह से न्यूनतम तापमान में और आ सकती है गिरावट
वही दिल्ली के सफदरजंग में न्यूनतम तापमान (Temperature) 10.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. मौसम विभाग ने अब पूर्वानुमान जताया है कि नए साल के दिन पूरा उत्तर भारत शीतलहर की चपेट में रहेगा. पश्चिमी से चलने वाली शीतलहर की वजह से न्यूनतम तापमान में और गिरावट आने के आसार है. एक से चार जनवरी तक दिल्ली में न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है. वही राजधानी दिल्ली की अगर बात करें तो आज साल के आखिरी दिन दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में प्रदूषण एकदम खराब स्थिति में पहुंच गया है. आज वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 दर्ज किया गया है वही कई इलाकों में तो ये 400 को भी पार कर गया है.
पश्चिमी विक्षोभ के निकलने से बर्फीली हवाओं से बढ़ेगी सर्दी
वहीं आपको बता दें कि हरियाणा और पंजाब में भी शीतलहर की वजह से कोहरा (Fog) छाया हुआ है. जिसकी वजह से लगातार ठंड बढ़ती ही जा रही है. शुक्रवार शाम को देखा गया था कि कई जिलों में तो शाम तक कोहरा छाया हुआ था. हरियाणा मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार रात को पश्चिमी विक्षोभ दिल्ली एनसीआर और हरियाणा से आगे निकल गया है इस कारण अब हरियाणा के साथ-साथ पंजाब राजस्थान और दिल्ली में बर्फीली हवाओं से सर्दी बढ़ने वाली है.
यह भी पढ़ें: Delhi Corona News: दिल्ली में नए साल पर इस बार भी कोरोना का साया, व्यापारी संगठनों का दावा होगा 30 प्रतिशत का नुकसान