Delhi weather Today: दिल्ली समेत उत्तर भारत इस समय जबरदस्त शीतलहर (Cold Wave) और ठंड की चपेट में है. जिससे आम जनमानस का दैनिक जीवन अब प्रभावित हो रहा है. लोग बचाव के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं वहीं सड़कों पर भी आम दिनों की तुलना में रात होते ही अब कम भीड़ दिखाई दे रही है. दिल्ली के कुछ इलाकों का न्यूनतम पारा 3 डिग्री के आसपास पहुंच गया है वही शीतलहर ने लोगों की मुश्किलों को और बढ़ा दिया है. लेकिन मौसम वैज्ञानिकों ने स्पष्ट किया है कि आने वाले दिनों से दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR) और उत्तर भारत को ठंड से थोड़ी राहत मिल सकती है वही बचाव के लिए हेल्थ एक्सपर्ट द्वारा लोगों को विशेष चेतावनी (Alert) भी दी जा रही है.
मौसम वैज्ञानिकों ने जताई - बारिश की संभावना
दिल्ली एनसीआर में पड़ रही कड़ाके की ठंड को लेकर मौसम वैज्ञानिक मृत्युंजय महापात्रा ने एबीपी लाइव से खास बातचीत की. जिसमें उन्होंने बताया की - "दिल्ली एनसीआर में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण कल से रात के समय में ठंड का और शीतलहर का प्रभाव कम देखने को मिलेगा, अगले 5 दिनों तक न्यूनतम पारा (Temperature) 4 डिग्री से बढ़ोतरी की ओर देखा जाएगा जिसके मुताबिक लोगों को शीतलहर और ठंड से थोड़ी राहत मिलने के आसार हैं. पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव एक बार फिर 10 जनवरी के आसपास देखा जा सकता है, इसके अलावा पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश (Rain) की भी संभावना जताई जा रही है. आने वाले 4 से 5 दिनों तक सुबह और रात में खासतौर पर कोहरे (FOG) का प्रभाव देखा जा सकेगा इसके अलावा दोपहर में राजधानी को खिली धूप से राहत भी मिलेगी.
जबरदस्त शीतलहर की चपेट में राजधानी
दिल्ली और एनसीआर में जनवरी के पहले सप्ताह में ठंड और शीतलहर का अधिक प्रभाव देखा जाता है और इस साल भी कोल्ड वेव अटैक (Cold Wave Attack) की तरह राजधानी में कंपा देने वाली ठंड महसूस की जा रही है. दिल्ली के कुछ ऐसे इलाके भी रहे जहां न्यूनतम पारा 2 डिग्री से भी नीचे पहुंच गया. वही दोपहर में खिली धूप लोगों को थोड़ी राहत जरूर पहुंचा रही है. ठंड और शीतलहर की वजह से दिल्ली के सड़कों पर गाड़ियों की रफ्तार भी धीमी देखी जा रही है इसके अलावा रात के बाद आम दिनों की तुलना में लोगों का आवागमन भी कम देखा जा रहा है. बच्चे बुजुर्गों को चिकित्सकों द्वारा विशेष सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है लेकिन अब देखना होगा कि दिल्ली समेत उत्तर भारत को इस कड़ाके की ठंड से कब तक राहत मिलती है.