Delhi Heat Wave: दिल्ली के 'हीट वेव' जैसे हालात को हल्के में ना लें; बच्चों को लेकर रहें सतर्क, हेल्थ एक्सपर्ट्स की ये है राय
Delhi: IMD ने पहाड़ी क्षेत्रों में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण दिल्ली में अगले कुछ घंटों में बारिश की संभावना जताई जा रही है जिसके बाद तापमान में भी गिरावट होने की पूरी संभावना है.
Delhi Weather News: दिल्ली (Delhi) सहित देश के कई राज्य भीषण गर्मी से बेहाल होते दिखाई दे रहे हैं. प्रचंड गर्मी ने लोगों के दैनिक कामकाज के साथ-साथ उनके स्वास्थ्य को भी प्रभावित करना शुरू कर दिया है. कुछ राज्यों में हीटवेव से लोगों की मुश्किलें बढ़ी हैं, तो वहीं राजधानी दिल्ली में चिलचिलाती धूप और 40 डिग्री के ऊपर पारे ने लोगों को घरों से ना निकलने पर अब मजबूर कर दिया है.
वहीं दिल्ली सरकार और स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है. इसके अलावा शिक्षा निदेशालय की तरफ से स्कूलों को भी दिशा निर्देश दिया गए हैं कि जरूरत पड़ने पर बच्चों की सुविधा को देखते हुए आवश्यक निर्णय लिए जाएं और दोपहर के सत्र में बच्चों को इकट्ठा होने ना दिया जाए.
इस झुलसा देने वाली गर्मी के प्रभाव को देखते हुए सबसे ज्यादा बच्चों पर खतरा मंडरा रहा है और इस चुनौती को देखते हुए बच्चों के स्वास्थ संबंधित विषयों पर एबीपी न्यूज ने दिल्ली के मणिपाल हॉस्पिटल की डॉ चारू गोयल सचदेवा से खास बातचीत की है.
सवाल - हीटवेव बच्चों के लिए कितना अधिक नुकसानदायक है और इससे कैसे बचा जा सकता है ?
डॉ चारू गोयल सचदेवा ने इसमें कोई संदेह नहीं है कि हीटवेव से सबसे ज्यादा नुकसान बच्चों और बुजुर्गों को हो सकता है. खासतौर पर बच्चे क्योंकि वह इसके खतरनाक प्रभाव से बिल्कुल अनजान होते हैं. स्कूल में पढ़ने से लेकर आउटडोर गेम और बाहर निकलने पर वह हीटवेव की चपेट में आसानी से आ सकते हैं. इस हीटवेव का तत्काल प्रभाव शरीर के तापमान पर पड़ता है, जिसे बच्चों द्वारा संतुलित कर पाना बेहद मुश्किल होता है.
उन्होंने कहा कि इससे बचाव के लिए अभिभावकों को बच्चों को अधिक से अधिक घरों में रहने और धूप से बचाने संबंधित हर उपाय को अपनाना चाहिए. नियमित तौर पर अच्छी मात्रा में पानी और खानपान को लेकर विशेष सतर्कता का ध्यान देना होगा , सुबह को छोड़कर दोपहर और शाम के समय में आउटडोर एक्टिविटी या खेल से बचकर बच्चों का घरों में रहना और खेलना बेहतर होगा.
सवाल - क्या बच्चों द्वारा फ्रिज का पानी पीना सही है, अक्सर बाहर से आकर बच्चों द्वारा तुरंत पानी पीना और नहाया जाता है, यह नुकसानदायक है ! और अगर हां तो इसके सही तरीके क्या हो सकते हैं ?
इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी उम्र के लोगों के लिए बाहर से आकर तुरंत पानी पीना और शरीर के सामान्य से अधिक तापमान पर नहाना खतरनाक हो सकता है और बच्चों द्वारा आमतौर पर गर्मी के दिनों में बाहर से आकर तुरंत फ्रिज का पानी पिया जाता है. जिससे वह लंबे समय तक बीमार रहते हैं. निसंदेह इस विषय पर अभिभावकों को खास ध्यान देना चाहिए कि बाहर से बच्चे आकर तुरंत पानी ना पिए और फ्रिज का बहुत ज्यादा ठंडा पानी पीने से सभी को परहेज करना चाहिए.
वैसे तो पूरे दिन नॉर्मल पानी पीना इस गर्मी से बचाव के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होगा लेकिन अगर फ्रिज का पानी पिया जाता है, तो यह खास ध्यान रखा जाए कि वह बहुत ज्यादा ठंडा ना हो और बाहर से आने पर कुछ देर रुक कर ही पानी पिया जाए. इसके अलावा बच्चों को बाहर से आकर तुरंत नहीं बल्कि शरीर का तापमान सामान्य होने पर ही नहाना चाहिए.
सवाल - हीटवेव से कौन-कौन सी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है और और इनसे बचाव के क्या उपाय हैं ?
इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि इस हीट वेव के दौरान बाहर के तापमान से शरीर के तापमान को संतुलित करना सबसे ज्यादा मुश्किल होता है और यही बीमारियों की बड़ी वजह बनती है. वर्तमान समय में दिल्ली समेत देश के अन्य राज्यों में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है इसके अलावा हीट वेव से बुखार, खांसी, चेस्ट और पेट के इनफेक्शन, डिहाईड्रेशन, स्किन एलर्जी हो जाती है. वहीं प्रदूषण की वजह से आंख और गला संबंधित बीमारियों का सबसे ज्यादा प्रभाव देखा जाता है.
इससे बचने के लिए हर उम्र के लोगों को अधिक से अधिक मात्रा में नार्मल पानी पीना, ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थों का सेवन, खानपान को बेहद संतुलित रखना, सूर्योदय के पहले योग और एक्सरसाइज करना और किसी प्रकार की स्वास्थ संबंधित समस्या होने पर चिकित्सकों से तत्काल संपर्क करना चाहिए.
बदलते मौसम में रहना होगा सतर्क
आईएमडी की रिपोर्ट के अनुसार, पहाड़ी क्षेत्रों में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण दिल्ली में अगले कुछ घंटों में बारिश की संभावना जताई जा रही है जिसके बाद अधिकतम तापमान में भी गिरावट होने की पूरी संभावना है. चिलचिलाती धूप - गर्मी में बढ़ते तापमान के दौरान बारिश होने से अनेक प्रकार के संक्रमण रोगों का खतरा बढ़ जाता है. इस दौरान लोगों को और भी ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है.