Delhi Weather Update: दिल्ली में कड़कड़ाती सर्दी का सितम जारी है. सोमवार की सुबह भीषण शीतलहर का प्रकोप रहा और सफदरजंग वेधशाला (Safdarjung Observatory) में न्यूनतम तापमान 1.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के वैज्ञानिक आरके जेनामणि (RK Jenamani) ने कहा है कि अगले 2 दिनों तक तापमान इसी तरह बना रह सकता है और उसके बाद गिरावट की संभावना नहीं है. उन्होंने कहा है कि 18 जनवरी से तापमान बढ़ सकता है. वहीं निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट वेदर के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी महेश पालावत ने कहा है कि मंगलवार को न्यूनतम तापमान एक डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है.


महेश पालावत ने कहा, "पश्चिमी विक्षोभ के कारण हिमालयी क्षेत्र में भारी हिमपात हुआ. पश्चिमी विक्षोभ के 14 जनवरी को पीछे हटने के बाद मैदान में ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलीं. साफ आसमान के कारण तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई, जिससे इंफ्रारेड विकिरण (सूर्य से गर्मी) रात को वापस अंतरिक्ष में लौटा." आईएमडी ने पहले दिल्ली में 17-18 जनवरी को शीतलहर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया था.


शनिवार को 10.2 डिग्री दर्ज हुआ था न्यूनतम तापमान


मौसम विभाग ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण 18 से 20 जनवरी तक न्यूनतम तापमान धीरे-धीरे तीन से पांच डिग्री सेल्सियस तक बढ़ेगा, जब पश्चिमी विक्षोभ किसी क्षेत्र में आता है, तो हवा की दिशा बदल जाती है. पर्वतों से आने वाली ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाएं रुक जाती हैं, जिससे तापमान बढ़ जाता है. दिल्ली में न्यूनतम तापमान महज दो दिन में करीब नौ डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है. शनिवार को न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस और रविवार को 4.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. लोधी रोड पर स्थित मौसम केंद्र में न्यूनतम तापमान 1.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. लोधी रोड पर ही आईएमडी का मुख्यालय स्थित है.


आठ जनवरी को न्यूनतम तापमान 1.9 डिग्री हुआ था दर्ज


दक्षिण पश्चिम दिल्ली के आया नगर में न्यूनतम तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस, मध्य दिल्ली के रिज में दो डिग्री सेल्सियस और पश्चिम दिल्ली के जफरपुर में 2.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. सफदरजंग में एक जनवरी 2021 को न्यूनतम तापमान 1.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया था. इस साल आठ जनवरी को न्यूनतम तापमान 1.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.


जानिए कब की जाती है शीतलहर की घोषणा?


आईएमडी के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में पांच से नौ जनवरी तक भीषण शीतलहर चली, जो एक दशक में इस महीने में प्रचंड शीतलहर की दूसरी सबसे लंबी अवधि रही. अभी तक इस महीने 50 घंटे तक घना कोहरा दर्ज किया गया, जो 2019 के बाद से सबसे अधिक है. आपको बता दें कि मैदानी हिस्सों में शीतलहर की घोषणा तब की जाती है, जब न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है. भीषण शीतलहर की घोषणा तब की जाती है, जब न्यूनतम तापमान दो डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है.


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