Delhi Winter Updates: दिल्ली में मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है और अब धीरे धीरे सर्दी ने दस्तक देना शुरू कर दिया है. मौसम वैज्ञानिकों ने यह अनुमान जताया है कि आने वाले कुछ दिनों में दिल्ली की रातें काफी सर्द होगी. पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के कारण मैदानी इलाकों में सर्दी बढ़ेगी. लेकिन क्या आपको याद है कि बीते साल की सबसे सर्द रात किस तारीख की थी. आइए हमको बताते हैं.
पिछले साल 2020 की बात करें तो दिल्ली में सबसे ज्यादा ठंडा 31 दिसंबर को पड़ा था. उस समय दिल्ली के लोधी रोड पर पारा 3.1 डिग्री सेल्सियस पर आ गया था, जो दिल्ली में सबसे कम था. तब 31 दिसंबर 2020 को सर्दी का रिकार्ड 28 वर्षों बाद टूटा था. 28 वर्ष पहले 31 दिसंबर 1992 को इतनी ही सर्दी पड़ी थी. इससे पहले 2019 में दिल्ली का सबसे ठंड दिन 28 दिसंबर रही थी जिस दिन न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. 2018 की अगर बात करें तो 29 दिसंबर को सबसे ठंड दिन रहा उस दिन न्यूनतम तापमान 2.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.
1997 की सर्दी का रिकार्ड अब तक नहीं टूटा
वर्ष 1997 में, दिसंबर अब तक का सबसे ठंड महीना रहा है जिसका रिकार्ड अभी तक नहीं टूटा और बना हुआ है. उस समय अधिकतम तापमान 17.3 डिग्री सेल्सियस पर था. 1901 से पांच वर्ष (1919, 1929, 1961, 1997, और 2019) है जब दिसंबर के महीने का तापमान औसत अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से कम दर्ज किया गया.
जानिए होती है शीत लहर की घोषणा
शीत लहर की घोषणा तब की जाती है जब न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से कम हो. अगर तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से कम होता है तब मौसम वैज्ञानिकों द्वारा शीत लहर की घोषणा की जाती है.
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