Delhi Woman Accident Case: देश की राजधानी दिल्ली में नये साल की रात कंझावला इलाके में एक लड़की की हत्या के मामले में नया मोड़ आ गया है. इस मामले में पुलिस की कहानी में बड़ा झोल है. वहीं मृतका की मां ने दावा एबीपी न्यूज से बातचीत में दावा किया है कि उनकी बेटी के साथ आरोपियों ने पहले बेटी के साथ रेप की घटना को और उसके बाद बर्बरता के साथ उसकी हत्या की.
मृतका की मां ने कहा कि उनकी बेटी की रेप कर के हत्या की गई है. पुलिस एक्सीडेंट दिखाने की कोशिश कर रही है. गीतिका की मां एबीपी न्यूज पर सामने आए प्रत्यक्षदर्शी का जिक्र करते हुए कह रही है कि अब तो प्रत्यक्षदर्शी भी सामने आ गया लेकिन पुलिस उसकी भी बात मानने को तैयार नहीं है. मृतका के परिवार वालों का कहना है कि पुलिस की एक्सीडेंट थ्योरी को मानने को तैयार नहीं है. मृतका के मामा ने भी रेप की आशंका जताई है. परिजनों का दावा है कि साल 2012 में निर्भया कांडा या 2023 का ये माला. पिछले दस सालों में कुछ नहीं बदला. बस दावे किए जाते हैं, लेकिन होता कुछ नहीं है.
बेटी ही मेरी दुनिया थी
मृतक युवती की मां ने यह भी कहा है कि मेरी बेटी घर में अकेले कमाने वाली थी. मेरी बेटी मेरी सब कुछ थी. वह कल पंजाबी बाग में काम करने गई थी. मेरी बेटी शाम करीब साढ़े पांच बजे घर से निकली और कहा कि वह रात 10 बजे तक लौट आएगी. मुझे सुबह उसकी दुर्घटना (Delhi Accident) के बारे में बताया गया था, लेकिन मैंने उसका शव नहीं देखा है.
चश्मदीद का दावा भी पुलिस के खिलाफ
वहीं, इंडिया टुडे ने चश्मदीद के हवाले से कहा है कि वह सुबह करीब सवा तीन बजे दूध की डिलीवरी लेने के लिए इंतजार कर रहा था. ठीक उसी समय मैंने कार को महिला को घसीटते हुए देखा. उसने बताया कि कार सामान्य गति से चल रही थी. कार का चालक होश में लग रहा था. इसके बाद मैंने, एक पीसीआर वैन में पुलिस से मदद लेने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस कर्मचारी होश में नहीं थे. उन्होंने कार्रवाई करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई. चश्मदीद ने दावा किया कि उसने बेगमपुर तक बलेनो कार का पीछा किया. दीपक ने ये भी दावा किया कि पुलिस ने सुबह 5 बजे तक कोई कार्रवाई नहीं की. चश्मदीद का ये भी दावा है कि युवती के शव का ऊपर का हिस्सा क्षत-विक्षत नहीं था. आरोपियों ने पुलिस को पास आता देख शव को कार से बाहर फेंका था.
पुलिस मान रही है एक्सीडेंट
दूसरी तरफ रोहिणी जिले की कंझावला पुलिस का दावा है कि उसे रविवार तड़के करीब साढ़े तीन बजे एक फोन आया जिसमें फोन करने वाले ने कहा कि कुतुबगढ़ की ओर जा रही ग्रे रंग की बलेनो कार एक महिला के शव को घसीट कर ले जा रही है. फोन करने वाले ने पुलिस को कार का रजिस्ट्रेशन नंबर बताया. वहीं अब पुलिस ने कार मालिक समेत पांच लोगों को गिरफ्तार भी किया है. पुलिस ने इस मामले में कार सवार पांच युवकों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने इस घटना के बाद गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है. पुलिस का कहना है कि ये मामला सिर्फ एक्सीडेंट का है और सोशल मीडिया पर किसी तरह की अफवाह न फैलाएं.
दरअसल, पुलिस इस घटना को लेकर जो कहानी बता रही है, वो हजम होने वाली नहीं है. ऐसा इसलिए कि पुलिस ने दावा किया है कि उसे एक फोन आया था कि कुतुबगढ़ की ओर जा रही ग्रे रंग की बलेनो कार एक महिला के शव को घसीट कर ले जा रही है. इसके अलावा पुलिस का ये भी कहना है कि आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि युवती का शव उनकी कार के साथ खिंचा चला जा रहा है, ये उन्हें पता नहीं था. जब उन्हें इसका पता चला तो वे डर गए और शव को कार से हटाने के बाद फरार हो गए. प्रत्यक्षदर्शी के दावे को माने तो पुलिस की मंशा इस मामले संदेहास्पद है.
दिल्ली पुलिस को देने होंगे इन सवालों के जवाब
- पुलिस ने दावा किया कि लड़की के शव को ग्रे रंग की कार घसीट कर ले जा रही है. अगर ऐसा है तो मृतक के शरीर पर कई जख्म होने चाहिए, पर ऐसा नहीं है.
- मृतका की मेडिकल रिपोर्ट में डॉक्टर ने केवल लड़की के सिर में लगी चोट का जिक्र किया है. यानि पुलिस का दावा गलत है, तो फिर सच क्या है?
- मेडिकल रिपोर्ट के लिहाज से चश्मदीद की बातों में दम है. हो सकता है कि कार से लड़की को बाहर फेंकने के क्रम में सिर में चोट लगी हो, इस बात को पुलिस स्वीकार करने को तैयार क्यों नहीं है?
- यहां पर अहम सवाल यह भी है कि जब प्रत्यक्षदर्शी ने पुलिस ने मौके पर कार्रवाई करने को कहा तो पुलिस ने ऐसा करने से इनकार क्यों किया?
- दिल्ली पुलिस ने मृतका के मां को शव क्यों नहीं देखने दिया?
इन धाराओं में दर्ज किया मामला
दिल्ली पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 279 (तेजी से गाड़ी चलाना) और 304-ए (लापरवाही से मौत) के तहत मामला दर्ज किया है. दीपक खन्ना (26), अमित खन्ना (25), कृष्ण (27), मिथुन (26) और मनोज मित्तल को गिरफ्तार किया है.पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि आरोपियों को नहीं पता था कि युवती का शव उनकी कार के साथ खिंचा चला जा रहा है. जब उन्हें इसका पता चला तो वे डर गए और शव को कार से हटाने के बाद फरार हो गए.
डीसीडब्लू ने दिल्ली पुलिस को जारी किया नोटिस
इस मामले पर संज्ञान लेते हुए दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है. डीसीडब्लू ने दिल्ली पुलिस से डिटेल रिपोर्ट पुलिस से मांगी है. बता दें कि बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में रविवार (1 जनवरी) को एक चौंकाने वाली घटना में 20 वर्षीय महिला की स्कूटी को एक कार ने टक्कर मार दी और उसके नग्न शव को करीब कई किलोमीटर तक घसीटती ले गई. यह मामला सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस की घोर लापरवाही सामने आई है. अपनी लापरवाही को छिपाने के लिए दिल्ली पुलिस बगलें झांकती नजर आ रही है.
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