Delhi World Bbook Fair: दिल्ली में 8 जनवरी से आयोजित 30वां विश्व पुस्तक मेला स्थगित कर दिया गया है. आयोजकों ने स्थगन का करना दिल्ली में बढ़ते कोरोना के मामलों को बताया है. दिल्ली में बढ़ते कोरोना और ओमिक्रोन वैरिएंट के आए दिन बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को इस बाबत अपनी सहमति दे दी. वहीं मंत्रालय के आदेश बाद नेशनल बुक ट्रस्ट (एनबीटी) ने मेले के स्थगित होने की सूचना साझा की.
नेशनल बुक ट्रस्ट (एनबीटी) के चेयरमैन ने मेले के स्थगन पर यह कहा
विश्व पुस्तक मेले के स्थगन पर नेशनल बुक ट्रस्ट (एनबीटी) के चेयरमैन ने बताया कि, कोविड को देखते हुए डीडीएमए ने इस मेले की अनुमति नहीं दी है. वहीं उन्होंने विश्व पुस्तक मेले के आयोजन पर आगे कहा कि केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को एनबीटी ने मई के पहले या दूसरे या सितंबर में दूसरे या तीसरे हफ्ते में विश्व पुस्तक मेले के आयोजन को लेकर सुझाव भेजा है. मंत्रालय से हरी झंडी मिलने के बाद आईटीपीओ से इस दौरान प्रगति मैदान में जगह खाली मिलने पर आयोजन की तारीखों का एलान का दिया जाएगा.
पब्लिशर ने भी आयोजन को लेकर जताई थी चिंता
गौरतलब हो कि 30वां विश्व पुस्तक मेले की शुरूआत 8 जनवरी से प्रगति मैदान के नवनिर्मित बिल्डिंग किये जाने का कार्यक्रम था. वहीं इस बार स्टाल रेट पर मिलने वाली हिंदी व भारतीय भाषाओं के पब्लिशर (Publisher) को छूट मिलने पर विवाद चल रहा था. किसी तरह कोरोना की दो लहर के बीच नुकसान उठा चुके पब्लिशर ने मेले में कुछ अलग ढंग से अपनी उपस्थिति दर्ज करवाने का फैसला लिया था. लेकिन दिल्ली में फिर से कोरोना के बढ़ते मामलों ने इस के आयोजन को लेकर आयोजकों के सामने उहापोह की स्थिति पैदा कर दी है. कोविड-19 और इसके नए वैरिएंट ओमिक्रोन के तेज़ी से बढ़ते मामलों के कारण बुक पब्लिशर के बीच बैचेनी का माहौल था और जिसके बाद अधिकतर पब्लिशर मेले को स्थगित किए जाने की पैरवी कर रहे थे. उनकी बातों पर गौर करते हुए एनबीटी ने सारे मामले को रिपोर्ट बनाकर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के सामने रखा. सभी पक्षों पर गौर-फ़िक्र और कई दौर की मीटिंग के बाद आखिर में मेले को स्थगित करने पर फैसला किया गया.
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