Delhi News: राजधानी दिल्ली (Delhi) में बीते शुक्रवार से रुक-रुक कर बारिश होने से पूरी राजधानी जल मग्न हो गई हैऔर लोग परेशान हो रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ हरियाणा से अधिक पानी छोड़े जाने के कारण यमुना का जल स्तर भी अचानक से काफी बढ़ गया. इससे खेतों में काम कर रहे किसान और मवेशी यमुना खादर इलाके में फंस गए. हालांकि, समय पर सूचना मिलते ही उन्हें वहां से सुरक्षित रेस्क्यू कर उनके लिए बनाए गए शिविरों में ले जाया गया.


बताया जा रहा है कि मंगलवार दोपहर लगभग साढ़े 3 बजे के आसपास, खेतों में काम कर रहे किसानों के यमुना के जल स्तर में अचानक बढ़ जाने से फंसने की सूचना मिली थी. इस पर त्वरित प्रतिक्रिया करते हुए  डीडीएमए, डिजास्टर मैनेजमेंट, डीएम, एसडीएम, एडीएम, स्थानिय पुलिस और दमकल कर्मी समेत कई सुरक्षा एजेंसियां यमुना पुश्ते पर पहूंची और खेतों में फंसे यमुना नदी के बीच से किसानों को बाहर निकालने के लिए कवायद शुरू की गई.


35 को किया गया रेस्क्यू
यमुना के जल स्तर के बढ़ने के कारण झील वाले इलाकों में आई बाढ़ के चलते खेतो में फंसे किसानों को निकालने के लिए बोट क्लब से बोट और गोताखोर लाए गए. इसके बाद बोट में सवार होकर यमुना में करीब 2 से 3 किलोमीटर अंदर जाकर खेतों में बने ट्युवेलों की छतों पर बैठे किसानों का रेस्क्यू कर उन्हें यमुना नदी से बाहर निकाल लाया गया. बता दें यमुना में फंसे करीब 35 किसानों समेत 5 मवेशियों को भी सुरक्षित निकाला गया है. लोग ज्यादा होने के कारण रेस्क्यू टीम को उन्हें निकलने के लिए दो बार बाढ़ग्रस्त इलाके में जाना पड़ा. 


अलर्ट मोड़ पर रेस्क्यू टीम
सभी को यमुना से सुरक्षित निकाल कर मोहम्मदपुर और अकबरपुर माजरा में बनाए गए राहत केम्प में रखा गया है, जहां उनके खाने-पीने और रहने की व्यवस्था की गई है. रेस्क्यू टीम की महिला अधिकारी ने बताया कि यमुना में बाढ़ की संभावना को देखते हुए लगातार इलाके में सिविल डिफेंस और पुलिस की सहायता से मुनादी करवा कर लोगों को यमुना के डूब क्षेत्रो से दूर रहने की सलाह दी गई थी. रेस्क्यू टीम अलर्ट मोड़ ओर है और लगातार मुनादी के साथ इस तरह की स्थित से निपटने के लिए तैयार है, जिससे किसी भी प्रकार के जान-माल का नुकसान न हो.


कांग्रेस ने सीएम पर साधा निशाना
वहीं इसे लेकर विपक्षी दलों ने केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा है. दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अनिल सचदेवा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, जब भी दिल्ली पर कोई मुसीबत आती है, तो वे खुद को बचाने के लिए दिल्ली से बाहर होते हैं. दिल्ली पानी मे डूबी हुई है और लोगों का चलना भी मुश्किल हो गया है. उन्होंने यमुना में बाढ़ की संभावना को देखते हुए यमुना तट पर रहने वाले लोगों को आनन-फानन में बिना सुविधा के वहां से स्थानांतरित करने को लेकर केजरीवाल सरकार को जमकर लताड़ा है.


उन्होंने कहा कि दिल्ली के डूबने को लेकर उन्होंने वर्तमान ड्रेनेज सिस्टम का फेल होना बताया, जबकि वास्तविकता यह है कि एमसीडी और PWD ने समय रहते डिसिल्टिंग का काम नहीं किया. इसका नतीजा यह है कि दिल्ली में जगह जगह जलभराव देखने को मिल रहा है. वहीं उन्होंने  सीएम  केजरीवाल के हरियाणा के पंचकुला में बिजली आंदोलन को राजनीतिक पर्यटन करार देते हुए कहा कि वो हमेशा दिल्ली की समस्याओं से निपटने में अपनी अक्षमता और निष्क्रियता को छिपाने के लिए कमजोर बहाने ढूंढते हैं.


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