सड़क हादसे में गई Zomato डिलीवरी Executive की जान, परिवार की मदद के लिए आगे आए लोग, फैमिली ने कहा- अभिभूत हैं
Delhi: होटल मैनेजमेंट में ग्रेजुएट सलिल ने 15 वर्षों तक होटल उद्योग में काम किया और कोरोना कहर से पहले एक रेस्तरां मैनेजर थे. अपनी जरूरतों के लिए फिलहाल वे डिलीवरी का काम कर रहे थे.
Zomato Delivery Excutive Salil Tripathi: सड़क हादसे में जान गवांने वाले जोमैटो डिलीवरी एक्जीक्यूटिव सलिल त्रिपाठी की दुखद मौत के बाद परिवार के लिए देश भर से मदद पहुंचाई जा रही है. व्यवसायियों, आईटी फर्म के कर्मचारियों से लेकर फिल्म निर्माता तक सभी सलिल के परिवार की मदद के लिए सामने आ रहे हैं. बता दें कि बीते शनिवार की रात सलिल खाना ऑर्डर देने का इंतजार कर रहे थे, तभी एक तेज रफ्तार एसयूवी ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. बताया जाता है कि यह एक पुलिसकर्मी का वाहन था.
कोविड वजह से सलिल को करना पड़ा था डिलीवरी एक्यूटिव का काम
होटल मैनेजमेंट में ग्रेजुएट सलिल ने 15 वर्षों तक होटल उद्योग में काम किया और कोरोना की वजह से लगे लॉकडाउन लागू होने से पहले एक रेस्तरां प्रबंधक थे और उन्होंने अपनी नौकरी खो दी थी, साथ ही उनके पिता की भी कोरोना के कारण मौत हो गई थी. अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए उन्होंने जोमैटो ज्वाइन किया. सलिल के परिवार ने कहा कि वह हर दिन 7-8 घंटे खाना पहुंचाते थे, और ऑर्डर की संख्या और काम के बोझ के आधार पर 8,000-10,000 रुपये प्रति माह कमा रहे थे. कोविड से पहले, वह रेस्तरां में प्रति माह 40,000-50,000 रुपये कमा रहे थे.
परिवार में हैं उनकी पत्नी सुचेता और उनका 10 साल का बेटा
बता दें कि मंगलवार को कई लोग परिवार के पास हर संभव मदद के लिए पहुंचे. इनमें सुचेता के बैंक खाते में 4 लाख रुपये ट्रांसफर करने वाले फिल्म निर्माता मनीष मुंद्रा भी शामिल थे. बैंगलोर में एक सॉफ्टवेयर कंपनी में मार्केटिंग डायरेक्टर के रूप में काम करने वाले एक व्यक्ति ने कहा कि वह सलिल के बेटे की शिक्षा के लिए पैसा देने को तैयार हैं. वहीं एक कंशट्रक्शन व्यवसाय के मालिक राहुल श्रीवास्तव ने कहा कि यह दिल दहला देने वाला था. मैंने कुछ योगदान दिया ताकि बच्चे को अच्छी शिक्षा मिल सके. लॉकडाउन और कोविड ने कई परिवारों को प्रभावित किया है.
परिवार ने ये कहा
परिवार ने कहा कि वे अजनबियों द्वारा दी जा रही सहायता से अभिभूत हैं. सलिल के भाई मनीष ने कहा कि सलिल ने परिवार में सभी की मदद की. वह अपनी पत्नी, बेटे की देखभाल कर रहे थे और अयोध्या में हमें पैसे भी भेजता था. मुझे खुशी है कि लोग सुचेता की मदद कर रहे हैं. उसके पास कोई नौकरी नहीं है और उसका एक छोटा बेटा है. मैं चाहता हूं कि वे दिल्ली में रहें और अच्छी जिंदगी बिताएं.
जोमैटो ने दिया बयान
Zomato के एक प्रवक्ता ने कहा कि उनकी टीम "परिवार के संपर्क में है" “हम उनकी आर्थिक मदद करेंगे. बीमा कंपनी की ओर से थोड़ी देरी हुई लेकिन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है” इस बीच, आरोपी कांस्टेबल जिले सिंह (48) को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे ड्यूटी से निलंबित कर दिया गया है. उस पर लापरवाही से गाड़ी चलाने और मौत का कारण बनने की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
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