Delhi Zoo Latest News: दिल्ली चिड़ियाघर से सोमवार (9 सितंबर) को एक बुरी खबर सामने आई है. खबर यह है कि तीन सितंबर की रात को भेड़ियों के भीषण जंग हुई थी. इस जंग में एक मादा भेड़िये की मौत हो गई. इस घटना के बाद अब दिल्ली चिड़ियाघर में मादा भेड़ियों की संख्या घटकर एक हो गई है. 


मादा भेड़िए की मौत का खुलासा उस समय हुआ, जब चिड़ियाघर के केयरटेकर को चार सितंबर की सुबह नौ बजे जानवरों के बाड़े के अंदर मादा भेड़िये का शव मिला. इस घटना ने दिल्ली चिड़ियाघर के प्रबंधकों को भी सकते में डाल दिया है. अब जू के अधिकारी जानवरों की संख्या बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं. 


इस वजह से हुई मौत 


चिड़ियाघर के निदेशक संजीत कुमार ने कहा कि इस घटना की जानकारी मिलने के बाद बीमारी या अन्य वजह का पता लगाने के लिए मृत भेड़िये के नमूने को भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के पास पीएम रिपोर्ट के लिए भेजा गया था.


इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक लगभग 10 वर्षीय मादा भारतीय भेड़िया कथित तौर पर तीन सितंबर की रात को दिल्ली चिड़ियाघर में अन्य भेड़ियों के साथ लड़ाई के दौरान गर्दन पर लगे घाव से मर गई. चिड़ियाघर के अधिकारियों ने पोस्टमार्टम और सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से भेड़ियों के बीच आपसी लड़ाई को मौत की वजह बताया है.


दिल्ली चिड़ियाघर में मरने वाली मादा भेड़िये को विजाग चिड़ियाघर आंध्र प्रदेश से यहां पर लाकर रखा गया था. दिल्ली चिड़ियाघर पशु सूची के अनुसार जून 2020 तक तीन मादा भारतीय भेड़िया थीं. अब सिर्फ एक है.


एक जोड़ी भेड़िये की तलाश शुरू


दिल्ली चिड़ियाघर के अधिकारी संजीत कुमार ने कहा, "हम मादा भेड़ियों की एक जोड़ी प्राप्त करने के लिए दूसरे चिड़ियाघर के साथ एक विनिमय कार्यक्रम पर काम कर रहे हैं. ताकि हम भेड़ियों के लिए प्रजनन कार्यक्रम शुरू कर सकें." वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 के मुताबिक भेड़िया लुप्तप्राय प्रजातियों की सूची में शामिल है. केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण द्वारा 2018 में जारी नवीनतम स्टडीबुक में भारत के 12 चिड़ियाघरों में उप-प्रजाति से संबंधित 88 भेड़ियों का रिकॉर्ड है. 


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