Delhi Zoo: दिल्ली (Delhi) के चिड़ियाघर (Zoo) में दो जानवरों की मौत हो गई है. जिसमें एक जवान शेरनी (Lioness) है, जिसकी उम्र आठ साल बताई जा रही है. वहीं एक नर बारहसिंघा (Male Reindeer) की भी मौत की खबर है. मिली जानकारी के मुताबिक चिड़ियाघर के वार्ड नंबर 17 में बंद शेरनी की मौत हुई है. वहीं एक अन्य शेरनी के घायल होने की भी खबर है. जिसके पैर में चोट लग गई है. घायल शेरनी चिड़ियाघर के वार्ड नंबर 14 में बंद है. बताया यह जा रहा है कि इस शेरनी ने बाड़े में छलांग लगाई थी जिसके कारण यह घायल हो गई.


कहां से आई थी शेरनी
वहीं जिस शेरनी की मौत हुई उसका नाम हेमा है और उसकी उम्र 8 साल बताई जा रही है. जिसे कुछ साल पहले चंडीगढ़ के चिड़ियाघर से दिल्ली लाया गया था. उसके साथ अमन नाम के एक शेर को भी दिल्ली के चिड़ियाघर लाया गया था. हालांकि अमन की पहले ही मौत हो चुकी है. पिछले दिनों जब चिड़ियाघर आम दर्शकों के लिए बंद था तो 10 जनवरी 2022 को वार्ड नंबर 17 में रहने वाली हेमा नाम की शेरनी की मौत हो गई.


मौन रहा प्रशासन
वहीं शेरनी के मरने के कारणों की जानकारी अभी प्रशासन की ओर से नहीं मिल पाई है. एबीपी न्यूज ने जब इसको लेकर अधिकारियों से जानकारी लेनी चाही, तो उन्होंने इस पर कुछ भी स्पष्ट रूप से कहने से इनकार कर दिया. अधिकारियों की ओर से इस बात से इंकार नहीं किया गया कि चिड़ियाघर में एक शेरनी और बारहसिंघा की मौत हुई है. लेकिन किन कारणों से मौत हुई है इस पर कोई जानकारी नहीं दी गई. 


कैसे हुई घायल
इसके अलावा जो घायल शेरनी है उसका नाम शैलजा है. वो चिड़ियाघर के वार्ड नंबर 14 में रहती है. जोकि बाड़े में ही छलांग लगाने के दौरान गिरकर घायल हो गई थी. फिलहाल उसे डॉक्टरों की निगरानी में रखा जा रहा है. डॉक्टरों की मानें तो शेरनी का पैर लकवा ग्रस्त हो गया है. इस शेरनी को पिछले साल 28 सितंबर को गुजरात के जूनागढ़ से दिल्ली के चिड़ियाघर लाया गया था. जिसके पीछे का उद्देश्य बिग केट के प्रजनन की योजना को शुरू करना था. हालांकि एक जवान शेरनी की मौत और एक शेरनी की घायल हो जाने के बाद इस योजना पर ब्रेक लग सकता है. बिग केट के प्रजनन को बढ़ाने के लिए गुजरात से एक नर और दो मादा शेरों को दिल्ली के चिड़ियाघर लाया गया था. जिसमें से एक तीन साल की शेरनी घायल हो गई है.


अब कितने बचे हैं शेर
शेरों की संख्या बढ़ाने के लिए बिग केट प्रजनन की योजना बनाई गई थी. इस योजना के तहत एक से दो सालों में उन दोनों शेरनी से प्रजनन की उम्मीद थी क्योंकि बिग केट के प्रजनन के लिए पांच से आठ साल की उम्र सही मानी जाती है. इसके साथ ही एक शेरनी की मौत हो जाने के बाद अब चिड़ियाघर में पांच शेर बचे हैं. जिसमें से दो नर और एक मादा शेर हैं. अधिकारियों के मुताबिक इसमें से एक बूढ़ा शेर है, जिसका नाम सुंदरम है. वहीं जिस बारहसिंघा की मौत हुई है वह नर बारहसिंघा है. उसकी मौत के बाद चिड़ियाघर में एक बच्चा बारहसिंघा, दो नर और 12 मादा बारहसिंघ बचे हैं.


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