Delhi Traffic News: अगर आप वाहन चलाते समय सिग्नल जम्प कर निकल जाते हैं, या फिर आपने बाइक चलाते समय हेलमेट या फिर गाड़ी चलाते वक्त सीट बेल्ट नहीं लगाया है तो आपका चालान हो जाएगा...अब आप सोच रहे होंगे ये कौन सी नई बात है ये नियम तो पहले से बना हुआ है! जी हां, यह और इसके साथ यातायात के सभी नियम पहले से बने हुए हैं, जिनका उल्लंघन करते हुए पकड़े जाने पर जुर्माना भी लगाया जाता है.


लेकिन दिल्ली सरकार अब यातायात नियमों के उल्लंघन पर रोक लगाने के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करने जा रही है, जिससे ट्रैफिक पुलिस को न होने पर भी अगर आपने नियमों को तोड़ा तो आपका चालान हो जाएगा और वो भी ई-चालान जो घर बैठे आपके मोबाइल पर पहुंच जाएगा. क्या है वो तकनीक और कैसे हो सकता है आपका चालान? जानें पूरी जानकारी इस खबर में.


AI बेस्ड कैमरे से निगरानी
दरअसल, दिल्ली सरकार यातायात नियमों के उल्लंघन को रोकने के लिए आधुनिक इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम (ITS) को लागू करने जा रही है. इस सिस्टम के तहत, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) बेस्ड हाई रेज्योलूशन वाले आधुनिक कैमरों की सहायता से 24 घन्टे राजधानी की सड़कों की निगरानी की जाएगी. इस दौरान नियमों का उल्लंघन करने वालों को ई-चालान भेजा जाएगा. दिल्ली परिवहन विभाग इस योजना को धरातल पर उतारने की तैयारी कर रहा है. फिलहाल इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया जाएगा और फिर पूरी दिल्ली में इसे लागू किया जाएगा. परिवहन विभाग इस परियोजना में ट्रैफिक पुलिस, लोक निर्माण विभाग और स्वास्थ्य विभाग को भी शामिल करेगा. इससे सड़क दुर्घटना के मामलों में भी कमी आएगी.


यातायात नियम के उल्लंघन पर ऑटोमैटिक ई-चालान
परिवहन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने एबीपी लाईव को बताया कि ITS, ओवर स्पीडिंग, बिना हेलमेट के बाइक चलाने वाले, सीट बेल्ट नहीं लगाने वाले, वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करने और रेड लाईट जम्प करने समेत सभी तरह के यातायात नियमों के उल्लंघन का पता लगाने में सक्षम होगी. इसके लिए लगाए जाने वाले आधुनिक हाई रेज्योलूशन कैमरे उन वाहन के नंबर प्लेट को रीड कर के वाहन स्वामी की पहचान और उनसे संबंधित अन्य जानकरियों, जैसे वाहन के PUC, इंश्योरेंस आदि के विवरण का पता करेगा और फिर नियमों का उल्लंघन करने वालों का ऑटोमैटिक ई-चालान जेनरेट हो जाएगा.


सड़क दुर्घटना के मामलों में आएगी कमी
वहीं, इससे सड़क पर होने वाले दुर्घटनाओं के मामलों में भी कमी आएगी और दुर्घटना के दोषियों की भी पहचान हो सकेगी. इसके लिए डेटा को ई-चालान प्रणाली के साथ इंटीग्रेट किया जाएगा. इस कदम से मैन्युअल हस्तक्षेप कम हो जाएगा. वहीं, AI एनेबल्ड कैमरों का उपयोग बसों के लेन प्रवर्तन की जांच के लिए भी किया जाएगा. वे पता लगाएंगे कि वाहन बस लेन में चल रहे हैं या उनमें वाहन पार्क किए जा रहे हैं. 


प्रत्येक लेन में 2 कैमरे लगाने की योजना है. एक कैमरा नंबर प्लेट रीड करने पर केंद्रित होगा और दूसरा ओवरलोडिंग या सीट बेल्ट न पहनने जैसे ट्रैफिक उल्लंघनों को पकड़ेगा. फिलहाल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सक्षम कैमरों की खरीद और उसे साफ्टवेयर के साथ एकीकृत करने की योजना बनाई जा रही है.


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