Delhi News: दिल्ली में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया और संक्रमित रोगों को लेकर स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट किया गया है. इसी बीच राजधानी पर एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. लेकिन दिल्ली स्वास्थ्य महकमे से एक ऐसी रिपोर्ट आई है जो चौंकाने वाली है. यमुना का जलस्तर बढ़ने और जलजमाव के बाद दिल्ली में टाइफाइड मरीजों की संख्या ज्यादा बढ़ने की रिपोर्ट सामने आई है. सबसे ज्यादा प्रभाव युवा वर्ग और बच्चों पर देखा जा रहा है. चिकित्सकों की मानें तो उनका सलाह है कि डेंगू-मलेरिया के साथ-साथ टाइफाइड को लेकर भी सतर्क रहने की आवश्यकता है.


'बाहर के खानपान से करें परहेज'


दिल्ली के नामचीन मणिपाल हॉस्पिटल की एचओडी डॉ चारू गोयल ने एबीपी लाइव से बातचीत के दौरान कहा कि, 'अस्पताल में डेंगू मलेरिया के मरीजों के आने की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, लेकिन इस समय सबसे ज्यादा टाइफाइड के मरीज आ रहे हैं. इनकी संख्या बच्चों व युवा वर्ग में अधिक देखी जा रही है. दूषित पानी और बाहर के खानपान की वजह से आसानी से लोग टाइफाइड की चपेट में आ रहे हैं. हेल्थ एक्सपर्ट द्वारा भी हर मरीजों को अपने खान-पान से लेकर साफ सफाई और मच्छरों से बचाव संबंधित हर आवश्यक सलाह दिया जा रहा है. मानसून सीजन में लोगों को डेंगू मलेरिया के साथ-साथ टाइफाइड से भी सावधान रहने की आवश्यकता है. अनुमान के मुताबिक 20 से 25 प्रतिशत इस समय टाइफाइड के मरीज आ रहे हैं.


'यह उपाय जरूर अपनाएं'


डॉ चारू ने लोगों को सलाह देते हुए कहा कि मानसून सीजन में कई ऐसे बैक्टीरिया सक्रिय होते हैं जिससे लोगों का स्वास्थ्य बहुत आसानी से प्रभावित हो सकता है. ऐसे में आसपास साफ-सफाई के साथ-साथ अपने खानपान को बहुत संयमित रखने की आवश्यकता है. वर्तमान समय में खास तौर पर बाहर के रखे खुले खानों को नहीं खाना चाहिए, अगर इलाके में साफ पानी का सप्लाई ना हो तो उबला पानी का ही सेवन करना स्वास्थ्य के लिए ठीक होगा. अधिक तेल मसालों से बने खानों को न खान, इसके अलावा डेंगू मलेरिया चिकनगुनिया मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी, पूरे शरीर ढके कपड़े पहनना व जलजमाव को रोकने संबंधित हर उपाय अपनाने चाहिए. बुखार, पेट दर्द व शरीर में किसी भी प्रकार की समस्या पर चिकित्सक से तुरंत परामर्श लेना बेहद आवश्यक है.