नई दिल्ली: दिल्ली-अमृतसर-कटरा कॉरिडोर अगले दो साल में बनकर पूरी तरह से तैयार हो जाएगा. इस एक्सप्रेसवे कॉरिडोर के बन जाने से दिल्ली से वैष्णो देवी के दर्शन करने जाने वाले भक्तों को पांच घंटे के समय की बचत होगी. इस समय दिल्ली से वैष्णो देवी सड़क मार्ग से जाने में कुल 12 घंटे का समय लगता है लेकिन इस कॉरिडोर के तैयार हो जाने के बाद सिर्फ सात घंटे लगेंगे.
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के तहत आने वाले दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे कॉरिडोर का निर्माण नेशनल हाईवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) द्वारा किया जा रहा है. एनएचएआई का लक्ष्य है कि इस प्रोजेक्ट को जून, 2024 तक तैयार कर लिया जाएगा.
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व्यास नदी पर बनने वाला ब्रिज है काफी खास
इस प्रोजेक्ट की सबसे खास बात व्यास नदी पर बनने वाला ब्रिज है. इस ब्रिज का निर्माण लंदन की टेम्स नदी पर बने टावर ब्रिज की तरह किया जाएगा. ब्रिज के ऊपर रेस्टोरेंट बनाए जाएंगे और दूर तक के नजारे को लोग आसानी से देख सकें इसके लिए ऑब्जर्वेटरीज का भी निर्माण कराया जाएगा.
प्रोजेक्ट की कुल लागत 39,500 करोड़ रुपये है. इस एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट के बन जाने से दिल्ली और अमृतसर के बीच की दूरी भी महज 5 घंटे की रह जाएगी. इस समय यह फासला तय करने में 8 घंटे का समय लगता है. आपको बता दें कि शुरुआत में यह एक्सप्रेसवे 4 लेन का होगा लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 8 लेन कर दिया जाएगा.
पर्यावरण को हरा-भरा रखने के लिए इस कॉरिडोर पर 15 लाख पेड़ लगाए जाएंगे. इस पर लोगों को 40 तरह की जनसुविधाएं दी जाएंगी. इस एक्सप्रेसवे पर राज्यों और बड़े शहरों के लिए 35 इंटरचेंज का निर्माण किया जाएगा.
इन जगहों को जोड़ेगा ये प्रोजेक्ट
यह प्रोजेक्ट वैष्णो देवी मंदिर, स्वर्ण मंदिर, पंजाब में ही खडूर साहिब, गोबिंदलाल साहिब और सुल्तानपुर लोदी जैसे धार्मिक स्थलों को जोड़ेगा. साथ ही शहरों की बात करें तो इस एक्सप्रेसवे से रोहतक, लुधियाना, खडूर साहिब, जालंधर, बटाला, गुरदासपुर, पठानकोट, कठुआ, सांबा, जम्मू और कटरा जैसे शहर जुड़ जाएंगे.