Delhi News: दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने शुक्रवार को अपने 1200 से अधिक ट्रेन ऑपरेटरों और अन्य संबंधित गतिविधियों की अनूठी जरूरतों को पूरा करने के लिए एक अत्याधुनिक क्रू प्रबंधन प्रणाली (सीएमएस) लॉन्च की है. डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक डॉ. विकास कुमार ने अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन स्थित क्रू कंट्रोल सेंटर से नई प्रणाली का अनावरण किया.


ना क्रू प्रबंधन प्रणाली विशेष रूप से डिजाइन है. डीएमआरसी के इस कियोस्क के माध्यम से विभिन्न दैनिक कार्यों को डिजिटल रूप से प्रबंधित करने के लिए एक कुशल और उपयोगकर्ता-अनुकूल स्वचालित समाधान प्रदान करेगा. जो इसके सभी परिचालन लाइनों पर नेटवर्क में स्थित 14 क्रू नियंत्रण केंद्रों-डिपो पर स्थापित हैं. ट्रेन ऑपरेटर अब एकीकृत तरीके से इन डिजिटल कियोस्क के माध्यम से अपने कर्तव्यों पर हस्ताक्षर कर पाएंगे. इसमें विश्लेषक परीक्षण, बायोमेट्रिक उपस्थिति और ट्रेन ऑपरेटर की लाइव फोटो तुरंत खींची जाती है.


इससे सालाना 5 लाख पृष्ठों की होगी बचत


सीएमएस अब अपने रोस्टर कर्तव्यों, छुट्टी अनुरोधों, लाइन दोषों, कर्मचारियों के दावों, शिकायतों और छुट्टी शेड्यूलिंग आदि को इलेक्ट्रॉनिक रूप से तैयार करने में सक्षम करेगा. पहले, कर्मचारियों को इन सूचनाओं व डेटा को मैन्युअल रूप से अपडेट करना पड़ता था. इसमें अतिरिक्त समय और प्रयास लेने वाले रजिस्टरों को भी बनाए रखना पड़ता था. 


रजिस्टरों को मेंटेन करने की जटिलता से मिली मुक्ति


डीएमआरसी के प्रधान कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल ने बताया कि इस प्रणाली से अब रजिस्टरों की संख्या को बनाए रखने की आवश्यकता खत्म हो जाएगी. जिससे एक अनुमान के अनुसार सालाना लगभग 5 लाख पृष्ठों की बचत हो सकेगी, जो इस उद्देश्य के लिए काटे गए 417 पेड़ों की संख्या के बराबर है.


रियल टाइम एक्शन संभव


उन्होंने बताया कि सीएमएस ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन मोड पर भी काम करता है और यह वेब एप्लिकेशन, कियोस्क एप्लिकेशन और मोबाइल एप्लिकेशन के रूप में भी उपलब्ध है. इस नई तकनीक की मदद से लाइन पर्यवेक्षक व ट्रेन ऑपरेटर रोलिंग स्टॉक, ट्रैक, ओएचई, सिविल कार्यों आदि से संबंधित किसी भी दोष या समस्या को नोटिस करने पर रियल टाइम सभी संबंधित लोगों को रिपोर्ट करना संभव है. 


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