Delhi News: दिल्ली एमसीडी चुनाव को लेकर देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में उम्मीदवार बनने के लिए सभी पार्टी के कार्यकर्ताओं में होड़ लग गई है. एमसीडी चुनाव (MCD Election) में उम्मीदवार बनाने के लिए आप, बीजेपी, कांग्रेस अलग-अलग फॉर्मूला इस्तेमाल कर रही है. दिल्ली एमसीडी चुनाव के दो महीने पहले से ही आम आदमी पार्टी और बीजेपी ने उम्मीदवरों को खोजना शुरू कर दिया है.
आप करा रही है सर्वे
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता ने बताया कि सभी विधानसभा पर्यवेक्षकों, जिला प्रभारियों और विधायकों से उम्मीदवारों के संभावित नाम मांगे जा रहे हैं. मेधावी उम्मीदवारों को मौका दिया जाए, यह सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न स्तरों से नाम लिए जा रहे हैं. इनका सर्वेक्षण के साथ मिलान किया जाएगा. आम आदमी पार्टी के नेता ने कहा कि पंजाब चुनाव समाप्त होने के बाद चुने गए नामों पर विचार किया जाएगा.
आप एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि पिछले दो वर्षों में पार्टी ने भाजपा को बेनकाब करते हुए लोगों से संबंध बनाए हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी उपयुक्त उम्मीदवारों को खोजने के लिए आश्वस्त है, जिन्हें लोग पसंद करते हैं और समुदाय की सेवा करते हैं. सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में , हमें यकीन है कि लोग इस बार आप को मौका देंगे.
बीजेपी सांसदों के कार्यालय में उम्मीदवारों के लगने लगी कतार
दिल्ली एमसीडी चुनाव को लेकर भाजपा खेमे में वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि सांसदों के कार्यालयों पर उम्मीदवारों की कतार लगनी शुरू हो गई है और रोजाना सैकड़ों सीवी प्राप्त हो रहे हैं. उदाहरण के लिए, 7 से 11 जनवरी के बीच, पूर्वी दिल्ली के सांसद गौतम गंभीर के कार्यालय को 400 से अधिक सीवी मिले. सांसद के एक सहयोगी के अनुसार, सीवी में ज्यादातर पार्टी में व्यक्ति द्वारा रखे जा रहे पदों, शीर्ष नेताओं के साथ तस्वीरें, समाचारों की कटिंग का विवरण होता है.
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए , गंभीर ने कहा, मैंने अपने कार्यालय में आगामी नगरपालिका चुनावों के लिए सैकड़ों संभावित उम्मीदवारों से मुलाकात की और उनके आवेदन प्राप्त किए. प्रक्रिया अभी भी चल रही है. मानदंड सरल है व्यक्ति को अपने क्षेत्र के लोगों की पूरी ईमानदारी से सेवा करनी चाहिए और एक वफादार पार्टी कार्यकर्ता होना चाहिए.
हर रोज सैकड़ों लोग आते हैं मिलने
भाजपा नेता और पूर्वोत्तर दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी के सहयोगी नीलकंठ बख्शी ने कहा कि जब भी वह दिल्ली में होते हैं तो लगभग सौ लोग उनसे मिलने आते हैं. आकांक्षी ने पार्टी कार्यालय में भी लाइन लगाई है और टिकट के लिए राज्य के नेताओं से मुलाकात की है.
अप्रैल में होने हैं दिल्ली एमसीडी चुनाव
तीन एमसीडी – उत्तर, पूर्व और दक्षिण – के लिए चुनाव अप्रैल में होने हैं. भाजपा ने 2017 के चुनाव में 272 वार्डों में से 181 पर जीत हासिल की थी और प्रत्येक निगम में बहुमत हासिल किया था. AAP दूसरे नंबर पर आ गई थी. लगातार तीन बार सत्ता में आई भाजपा को इस बार आप से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है. पिछले महीने, राज्य चुनाव आयोग ने एमसीडी चुनावों के लिए आरक्षित सीटों की सूची की घोषणा की थी. आदेश के अनुसार 2011 की जनगणना के आधार पर दक्षिण निगम में 104 में से 15, उत्तर में 104 में से 20 और पूर्व में 64 में से 11 वार्ड अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किए गए हैं. वहीं, 50 फीसदी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित की गई हैं.
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