(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Delhi New: चार महीने से वेतन ना मिलने से नाराज स्वामी दयानंद अस्पताल के डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ हड़ताल पर, मरीज हो रहे परेशान
चार महीने से वेतन न मिलने के चलते पूर्वी दिल्ली के स्वामी दयानंद अस्पताल के डॉक्टरों सहित नर्स और कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं. वहीं डॉक्टरों की हड़ताल का मरीजों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.
Delhi News: पिछले चार महीने से वेतन नहीं मिलने से नाराज नगर निगम संचालित स्वामी दयानंद अस्पताल के डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिक्स स्टाफ मंगलवार से हड़ताल पर चले गए हैं. ये जानकारी नगर निगम डॉक्टर्स एसोसिएशन ने दी है. वहीं डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने से मरीजों को इलाज के लिए परेशान होना पड़ रहा है.
अस्पताल कर्मचारियो को पिछले चार महीनों से नहीं मिला वेतन
पूर्वी दिल्ली नगर निगम (EDMC) द्वारा संचालित स्वामी दयानंद अस्पताल के डॉक्टर, वर्तमान में कोविड -19 रोगियों का भी इलाज कर रहा है. वहीं डॉक्टरों का कहना है कि कर्मचारियों को पिछले चार महीनों से वेतन नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि कई बार अधिकारियों से इस संबंध में बात की गई लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया ऐसे हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया गया ताकि "सोते हुए" नगरपालिका अधिकारियों को जगाया जा सके ताकि वे तत्काल प्रभाव से हेल्थ केयर कर्मचारियों का वेतन जारी कर सकें.
ईडीएमसी के आयुक्त से नहीं मिला कोई रिस्पॉन्स
वहीं मंगलवार को डॉक्टर एसोसिएशन ने कहा कि, “सरकार ने अपना बजट जारी किया और हम स्वामी दयानंद अस्पताल के कोरोना योद्धा अपनी मेहनत की कमाई के लिए लड़ रहे हैं जिसका चार महीने से भुगतान नहीं किया गया है. हमने इस मुद्दे को ईडीएमसी के आयुक्त के सामने भी उठाया है, लेकिन हमें कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला है. ”
अस्पताल प्रशासन वेतन भुगतान के मुद्दे पर नहीं दे रहा ध्यान
गौरतलब है कि डॉक्टर, नर्स और अन्य फ्रंटलाइन कर्मचारी मंगलवार को विरोध प्रदर्शन के तहत अस्पताल के मैदान में जमा हो गए. वहीं हिंदुस्तान टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक अस्पताल में कार्यरत एक जूनियर डॉक्टर ने कहा कि वेतन भुगतान का मुद्दा अस्पताल प्रशासन से कई बार उठाया गया, लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया. वहीं एक और डॉक्टर ने कहा कि, “हमने सबसे खराब कोविड लहरों से लड़ाई लड़ी है, लेकिन हमें अपना सही मुआवजा- हमारा वेतन भी नहीं मिल रहा है. सरकार हमें कोविड योद्धा कह रही है, जो लोगों से हमारे लिए दीया जलाने और ताली बजाने के लिए कह रही है, लेकिन वास्तव में, हमें हमारा सही मुआवजा भी नहीं दिया जा रहा है. ”
वहीं डॉक्टरों और अस्पताल के कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से मरीजों का बुरा हाल है. इस दौरान कई मरीज इलाज के लिए परेशान नजर आए.
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