Fraud in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दुर्ग (Durg) में ठगी का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां ठग ने खुद को दिल्ली (Delhi) स्थित वित्त मंत्रालय (Ministry of Finance) का अधिकारी बताकर एक बुजुर्ग से लगभग साढ़े 17 लाख रुपये ठग लिए हैं. दरअसल पीड़ित बुजुर्ग ने अलग-अलग कंपनियों की पॉलिसी ली थी. उसी पॉलिसी के पैसे वापस दिलाने के नाम पर ठग ने पीड़ित से कई किश्तों में साढ़े सत्तरह लाख रुपये ठग लिए और बाद में रकम लौटाने से इनकार कर दिया.
यही नहीं ठग ने पीड़ित को जान से मारने की भी धमकी दी. इसके बाद पीड़ित बुजुर्ग ने नेवई थाना में शिकायत दर्ज की है. फिलहाल पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है. जानकारी के मुताबिक शक्ति विहार कॉलोनी रिसाली में रहने वाले चंद्रभान वर्मा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उनके पास पहले 5 अक्टूबर 2020 को एक फोन आया और खुद को वित्त मंत्रालय दिल्ली का अधिकारी बताते हुए बीमा पॉलिसी की रकम वापस दिलाने का झांसा दिया. फिर कुछ फॉर्मेलिटी पूरा करने की बात कही और इसके एवज में पहली बार 34,200 रुपये अपने बैंक खाते में ठग ने मंगवाए.
ठग बोला- आतंकवादी गतिविधियों में इस्तेमाल हुआ पैसा
इसके बाद 15 जनवरी 2021 तक अलग-अलग किस्तों में कुल 15 लाख 66 हजार रुपये पीड़ित से अपने खाते में जमा करवा लिए और उसके बाद से ही ठग का मोबाइल नंबर बंद हो गया. इसके कुछ दिनों बाद 10 मई 2022 को बुजुर्ग के पास एक महिला का फोन आया और महिला ने खुद को प्रवर्तन निदेशालय में डीएसपी पद पर होने की बात कही और अपने सीनियर से बुजुर्ग की बात करवाई. ठग ने पीड़ित से कहा कि तुमने अब तक का जो पैसा भेजा है. वह आतंकवादी और आंदोलनकारी गतिविधियों में इस्तेमाल हुआ है, जिससे तुम्हें पुलिस पकड़ लेगी और जेल हो सकता है. ऐसे में इससे बचने के लिए एक लाख रुपये देने होंगे.
'अब तुम्हें जेल होगा'
बुजुर्ग ने डर की वजह से ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के जरिए ठग के खाते में एक लाख रुपये जमा कर दिया. इतना ही नहीं फिर कुछ दिनों बाद एक फोन आया और बुजुर्ग से कहने लगा कि तुम्हारे खिलाफ 2 गवाहों ने गवाही दे दी है. अब तुम्हें जेल होगा. अगर तुम इससे बचना चाहते हो तो फिर से एक लाख रुपये देना होंगे. बुजुर्ग ने फिर डर की वजह से एक लाख रुपये दे दिए. इस तरह बुजुर्ग ने कुल साढ़े सत्तरह लाख रुपये ठगों के झांसे में आकर गवा दिए. जब पीड़ित बुजुर्गों को ठगी का अहसास हुआ, तब जाकर उन्होंने नेवई थाना पुलिस में मामले की शिकायत दर्ज कराई है. वहीं पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है.
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