Farm Laws Repeal: हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने के निर्णय पर अपनी राय दी है. उन्होंने कहा कि इस फैसले को प्रधानमंत्री की ओर से प्रदर्शनरत किसानों को दिए गए तोहफे के तौर पर देखा जाना चाहिए. उन्होंने प्रदर्शनरत किसानों से अपने घर लौटने की भी अपील की.


'पीएम मोदी की तरफ से तोहफा'
बीजेपी के सहयोगी दल जननायक जनता पार्टी के नेता चौटाला ने पीएम मोदी के कानून वापसी के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा, "कृषि कानूनों को निरस्त करने को गुरु पर्व पर प्रधानमंत्री की ओर से प्रदर्शन कर रहे किसानों को दिए गए तोहफे के तौर पर देखना चाहिए. मैं सभी प्रदर्शनरत किसानों से अपने घर लौटने और अपने परिवारों के साथ गुरु पर्व मनाने की अपील करता हूं."


टिकैत बोले दूसरे मुद्दों पर भी हो बातचीत
वहीं पीएम मोदी के एलान के तुरंत बाद राकेश टिकैत ने कहा, ''आंदोलन तत्काल वापस नहीं होगा, हम उस दिन का इंतजार करेंगे जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा. सरकार MSP के साथ-साथ किसानों के दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करें.'' गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरु पर्व पर राष्ट्र को दिए संबोधन में ऐलान किया कि संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में कृषि कानूनों को निरस्त किया जाएगा.


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