DUSU Election2023: कोरोना काल के बाद के करीब तीन साल बाद हो रहे  दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव (DUSU Election) को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं. यहां दिल्ली विश्वविद्यालय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ़ इंडिया (NSUI) में सीधी टक्कर है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और एनएसयूआई दोनों ने ही शुक्रवार को दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ के लिए पैनल घोषित कर दिया है. अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से हो रहे छात्र संघ के चुनाव कई मायनों में खास हैं. 


इन्हें बनाया गया प्रत्याशी
एबीवीपी ने अध्यक्ष पद पर मुकाबले के लिए तुषार डेढ़ा, उपाध्यक्ष पद पर सुशांत धनकड़, सचिव पद पर अपराजिता और सह-सचिव पद पर सचिन बैंसला को मैदान में उतारा है.
वहीं, नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ़ इंडिया (एनएसयूआई) ने भी दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. एनएसयूआई ने बताया कि हितेश गुलिया उनकी ओर से दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ में अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ेंगे. एनएसयूआई ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की चारों पोस्ट के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की है.अध्यक्ष पद पर हितेश गुलिया, उपाध्यक्ष के लिए अभि दहिया, सचिव पर यक्ष्ना शर्मा और संयुक्त सचिव पर शुभम चौधरी चुनाव लड़ेंगे.


ABVP और NSUI में सीधी टक्कर
गौरतलब है कि दिल्ली विश्वविद्यालय में एनएसयूआई और एबीवीपी के बीच सीधा मुकाबला है. इस बार विभिन्न छात्र संगठनों और निर्दलीय मिलाकर कुल 97 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किए हैं. इसके साथ ही अभी तक डूसू अध्यक्ष और संयुक्त सचिव के पद के लिए एक-एक उम्मीदवार का नामांकन रद्द भी किया गया है.नामांकन पत्रों की छंटनी के बाद उम्मीदवार अपना नाम भी वापस ले सकते हैं. दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रसंघ चुनाव की तिथियों की घोषणा पहले ही कर दी है. दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन ने 22 सितम्बर को चुनाव की तिथि के रूप में घोषित किया है.


2019 में हुए थे आखिरी बार चुनाव
बता दें इससे पहले विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव वर्ष 2019 में करवाए गए थे. कोरोना महामारी के कारण लंबे समय तक शिक्षण संस्थान बंद रहे. अधिकतर क्लास ऑनलाइन माध्यमों से ही ली गई. यही कारण है कि वर्ष 2019 के उपरांत अब 2024 में छात्र संघ चुनाव होने जा रहे हैं.चुनाव तारीखों की अधिसूचना जारी होते ही दिल्ली विश्वविद्यालय में आचार संहिता भी लागू हो गई है. विश्वविद्यालय का कहना है कि छात्र संघ चुनाव में लिंगदोह कमेटी व सुप्रीम कोर्ट की सिफारिशों का पालन सुनिश्चित करवाया जाएगा. वहीं, छात्रसंघ चुनावों की घोषणा होने के उपरांत दिल्ली विश्वविद्यालय के विभिन्न छात्र संगठनों ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं.


चुनाव जीतने की रणनीति बना रहे संगठन
चुनावों को लेकर सभी छात्र संगठन अपनी-अपनी चुनावी रणनीति बना रहे हैं. दिल्ली विश्वविद्यालय के मुताबिक छात्र संघ चुनाव के लिए नामांकन दर्ज कराने के उपरांत नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी की जाएगी. स्क्रूटनी में जिन उम्मीदवारों का नॉमिनेशन सही पाया जाएगा, वही उम्मीदवार चुनाव लड़ सकेंगे.एनएसयूआई व अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद समेत विभिन्न छात्र संगठनों व छात्रों ने इसे बहुप्रतीक्षित फैसला बताया.


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