DUSU Election Manefesto: दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू) में होने वाले छात्र संघ के चुनावों को लेकर कैंपस में सरगर्मियां तेज हो गई हैं. डीयू छात्र संघ के चुनावी मैदान में उतरे तीनों प्रमुख संगठनों ने शनिवार को अपना-अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी कर दिए. छात्र संगठनों ने स्टूडेंटस को लुभाने के लिए तमाम तरह के चुनावी वादे पेश किए. चुनावी घोषणा पत्र में यूनिवर्सिटी में बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ सस्ती शिक्षा, सुरक्षित कैंपस समेत तमाम तरह की सुविधाओं में सुधार के दावे किए गए हैं.
बता दें कि डीयू छात्र संघ चुनाव के लिए 27 सितंबर को वोट डाले जाएंगे और 28 सितंबर को चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे.
एनएसयूआई, एबीवीपी और आइसा-एसएफआई के घोषणा पत्र में क्या है?
एनएसयूआई
एनएसयूआई ने कल अपने पैनल के उम्मीदवारों रौनक खत्री (अध्यक्ष), यश नन्दल (उपाध्यक्ष), नम्रता जेफ मीणा (सचिव) और लोकेश चौधरी (संयुक्त सचिव पद) के नामों की घोषणा करते हुए अपना चुनावी घोषणा-पत्र जारी किया. एनएसयूआई ने अपने घोषणा पत्र के जरिए छात्रों के समग्र विकास, उनके अधिकारों, कैम्पस इंफ्रास्ट्रक्चर, सुविधाओं में सुधार, सभी छात्रों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने और पारदर्शी परीक्षाओं की गारंटी देने जैसी प्रमुख मुद्दे शामिल किए हैं.
संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने कहा कि हमारा घोषणा पत्र छात्र कल्याण से संबंधित सभी मुद्दों को समर्पित व्यापक दृष्टिकोण दर्शाता है. इसमें छात्रों के समग्र विकास, उनके अधिकारियों और कैंपस इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान केंद्रित करने वाले प्रावधानों को शामिल किया गया है. उन्होंने चुनावों में चारों सीटों पर जीत हासिल करने का दावा किया.
एनएसयूआई के घोषणा पत्र में कैंपस में सुविधाओं में सुधार, सभी छात्रों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने, पारदर्शी परीक्षाओं की गारंटी देने और निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में में छात्रों की आवाज प्रबल करने के वादे किए गए हैं. छात्रों को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं आने दी जाएगी.
एबीवीपी
एबीवीपी ने भी प्रेस-वार्ता कर डूसू अध्यक्ष पद के प्रत्याशी ऋषभ चौधरी, उपाध्यक्ष पद के प्रत्याशी भानु प्रताप सिंह, सचिव पद प्रत्याशी मित्रवृंदा करनवाल और संयुक्त सचिव पद के प्रत्याशी अमन कपासिया के नामों की घोषणा करते हुए अपना घोषणा-पत्र जारी किया. एबीवीपी ने भी कैंपस में आधारभूत ढांचे के वर्तमान की आवश्यकताओं अनुरूप विकास, नए छात्रावास के निर्माण, दिव्यांग तथा छात्राओं के मुद्दों को प्रमुखता से स्थान दिया है. संगठन ने कहा कि पांच हजार से ज्यादा विद्यार्थियों से प्राप्त सुझावों के बाद इसे तैयार किया गया है.
संगठन के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि छात्रों के लिए स्पेशल बस का संचालन, नए छात्रावास के निर्माण के लिए स्वीकृति, छात्र गतिविधि केंद्र बनाने की अनुमति, इंटर्नशिप कार्यक्रम का आयोजन, महिला सुरक्षा का सुदृढीकरण आदि प्रमुख मुद्दे हैं. संगठन ने अपने घोषणा पत्र में पीजी विद्यार्थियों के लिए एक कोर्स-एक शुल्क, आंतरिक शिकायत समिति एवं क्रियाशील लैंगिक संवेदीकरण सेल का हर कॉलेज में गठन, स्त्री विषय विशेषज्ञ एवं मनोवैज्ञानिक परामर्शदाता की उपलब्धता सहित कई अन्य वादे किए हैं .
आइसा और एसएफआई
डीयू के छात्र संघ चुनाव में साथ मिल कर चुनावी मैदान में उतरे आइसा और एसएफआई ने कल अपने पैनल उम्मीदवारों सावी गुप्ता (अध्यक्ष पद), आयुष मंडल (उपाध्यक्ष), स्नेहा अग्रवाल (सचिव) और अनामिका (संयुक्त सचिव) पद के लिए उम्मीदवार बनाया है. संयुक्त घोषणा पत्र दोनों छात्र संगठनों ने यूनिवर्सिटी का इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर करने, सस्ती शिक्षा, महिलाओं के लिए एक सुरक्षित परिसर और सामाजिक न्याय के दृष्टिकोण को शामिल किया है. संगठन ने निरंतर शुल्क वृद्धि, हर कॉलेज में लोकतांत्रिक आईसीसी के कामकाज की आवश्यकता, नए छात्रावासों का निर्माण और किराया नियंत्रण अधिनियम जैसी बातों को अपने घोषणापत्र में शामिल किया है.
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