DUSU Election: राजधानी दिल्ली समेत देश के किसी भी कोने या कस्बे में छोटे से छोटे चुनावों को लेकर अब हर पार्टी काफी गंभीर हो गयी है. चाहे वो सोसायटी का, पंचायत का, काउंसलर का, विधानसभा का या लोकसभा चुनाव हो. हर चुनाव में सभी पार्टी अपना बर्चस्व कायम करना चाहती है तो फिर राजधानी दिल्ली का DUSU चुनाव कैसे अछूता रह सकता है. इस बार डूसू चुनाव को लेकर स्टूडेंट यूनियन के प्रत्याशी छात्र - छात्रा और समर्थकों के साथ पार्टी के बड़े नेताओं ने भी प्रचार प्रसार में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया. 


ABVP और NSUI के बीच सीधी टक्कर


राजधानी दिल्ली में जहाँ एक ओर DUSU चुनाव को लेकर कही न कही BJP और कांग्रेस पार्टी समेत अन्य राजनीतिक दलों के छात्र संघों ने अपनी पूरी ताकत इस चुनाव में झोंक दी है, तो वहीं,  दूसरी तरफ पार्टी के बड़े नेताओं ने भी अपनी तरफ से इस चुनाव में कोई कसर नहीं छोड़ी है. हालांकि, इस बार भी डूसू के चुनाव में पिछले चुनावों की तरफ ABVP और NSUI के बीच ही सीधी टक्कर देखने को मिल रही है. अब तक के आये चुनाव के परिणामों में एबीवीपी ने 9 कॉलेजों में जबकि NSUI ने 6 कॉलेजों में क्लीन स्वीप किया है. अभी तक चुनाव के पूरे परिणाम सामने नहीं आये हैं, लेकिन ये दोनों ही छात्र संघ अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं.


पिछली बार से बढ़ा मतदान प्रतिशत, छात्रों में दिखा उत्साह


बात करें मतदान की तो इस बार डूसू के चुनाव में 2019 में हुए पिछले चुनाव में 32 प्रतिशत मतदान से 10 प्रतिशत ज्यादा यानी 42 प्रतिशल मतदान हुआ है. जिससे यह स्पष्ट पता चलता है कि मतदान करने वालो छात्रों में चुनाव को लेकर काफी उत्साह रहा. यही वजह है कि इस बार मतदान का प्रतिशत भी ज्यादा रहा. अब ये छात्रों का उत्साह और बढ़ा हुआ मतदान प्रतिशत किसके सिर पर जीत का सेहरा बांधता है यह दोपहर बाद तक ही साफ हो पायेगा.


मतगणना के लिए कड़ी हुई सुरक्षा व्यवस्था


कल रात साढ़े सड़ बजे तक हुई वोटों की गिनती के बाद आज सुबह साढ़े 8 बजे से फिर से वोटों की गिनती शुरू हुई है. जिसके चलते जिले के डीसीपी सागर सिंह कालसी ने दिल्ली विश्वविद्यालय के नॉर्थ कैंपस इलाके में सुरक्षा व्यवस्था भी कड़ी कर दी है. 500 से ज्यादा दिल्ली पुलिस के जवानों के साथ पैरामिलिट्री के जवान चप्पे चप्पे पर नजर आ रहें हैं. बता दें कि डूसू चुनाव में 52 कॉलेज के छात्रों ने हिस्सा लिया है, जिनमें से कई कॉलेज के परिणाम सामने आ चुके हैं. ABVP ने इनमें से 9 में क्लीन स्वीप किया है, जबाकी NSUI ने 6 पर पूरी तरह से अपना कब्जा जमाया है.