(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
ED Summons: कैलाश गहलोत को समन पर अरविंदर लवली का बयान, 'ED वाले जब तक नोटिस न भेजें तब तक...'
Delhi Excise Policy Case: दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने तंज परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को समन भेजने पर तंज कसा. उन्होंने कहा- 'ईडी पूरी तरह से एक्सपोज हो गई है.''
Arvinder Singh Lovely Reaxtion on ED Summons: दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को प्रवर्तन निदेशालय ने शनिवार को एक समन भेज आज ही दफ्तर में पेश होने को कहा था. इसके जवाब में कैलाश गहलोत ईडी के दफ्तर पहुंच गए हैं. ईडी के इस रुख पर दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने तंज कसा है. उन्होंने कहा, ' ये एक फैशन बन चुका है..., जब तक प्रवर्तन निदेशालय वाले सम्मन न भेज दें, तब तक उन्हें खाना हजम नही होता.'
दिल्ली आम आदमी पार्टी के प्रभारी और पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कैलाश गहलोत को समन भेजने पर कहा, 'जांच एजेंसियां बराबर समन देते रहते हैं. रोजाना इनका समन चलता है. ईडी और सीबीआई रोज समन देती है. भारतीय जनता पार्टी को समन भेजना है, जब चाहे, तब भेज दे.'
ईडी का ये है आरोप
दरअसल, दिल्ली सरकार में मंत्री कैलाश गहलोत को शराब घोटाला मामले में ईडी ने शनिवार को समन जारी कर आज ही दफ्तर में पेश होने को कहा. परिवहन मंत्री समन के मुताबिक ईडी दफ्तर पहुंच गए हैं. परिवहन मंत्री पर दिल्ली आबकारी नीति का ड्राफ्ट तैयार करने का आरोप ईडी ने लगाया है.
क्या है पूरा मामला
पिछले तीन साल से दिल्ली आबकारी नीति को लेकर दिल्ली में सियासी घमासान अब चरम पहुंच गया है. कांग्रेस और बीजेपी ने इस मामले में घोटाले के आरोप लगाए थे. दोनों पार्टियों की शिकायत पर एलजी ने सीबीआई जांच के आदेश दिए थे. सीबीआई ने शुरुआती पूछताछ के बाद इस मामले में दिल्ली के पूर्व आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया.
सीबीआई के बाद ईडी ने भी उनके खिलाफ हवाला के जरिए भ्रष्टाचार को अंजाम देने के आरोप में मामला दर्ज किया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद दूसरी बड़ी गिरफ्तारी इस मामले में अक्टूबर 2023 में हुई. आप सांसद संजय सिंह को भी ईडी ने गिरफ्तार कर लिया. दोनों तभी से तिहाड़ जेल में हैं. इसी मामले में ईडी ने नौ बार समन का सीएम अरविंद केजरीवाल द्वारा अमल न करने पर 21 मार्च 2024 को उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया. दिल्ली के सीएम वर्तमान में ईडी के कस्टडी में हैं. दूसरी तरफ इस मसले पर दिल्ली की राजनीति में भूचाल की स्थिति है.