DBSE ने पहली बार जारी किए 10वीं-12वीं के रिजल्ट, शिक्षा मंत्री बोलीं- 'प्राइवेट स्कूलों से बेहतर...'
DBSE Result: शिक्षा मंत्री ने कहा कि जो छात्र परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए आवश्यक तीन ग्रेड अंक हासिल नहीं कर पाए हैं, उन्हें अंकों में सुधार लाने के लिए एक और मौका दिया जाएगा.
DBSE Result Declared: शिक्षा मंत्री आतिशी ने पहली बार सोमवार को दिल्ली स्कूल शिक्षा बोर्ड (डीबीएसई) की 10वीं और 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम घोषित किए. मंत्री ने कहा कि पांच साल से सरकारी स्कूलों जे नतीजे प्राइवेट से बेहतर आ रहे हैं. इस साल भी दिल्ली के सरकारी स्कूलों का रिज़ल्ट सीबीएसई के नेशनल एवरेज और देशभर के प्राइवेट स्कूलों से बेहतर है.
इसके साथ ही आतिशी ने बताया कि 10वीं कक्षा के 1,594 विद्यार्थियों में से 1,582 विद्यार्थी दोनों सत्र की परीक्षाओं में उपस्थित हुए और उनमें से आठ विद्यार्थी उत्तीर्ण होने के लिए आवश्यक तीन ग्रेड अंक हासिल नहीं कर पाए. उन्होंने कहा कि जो विद्यार्थी आवश्यक ग्रेड अंक हासिल नहीं कर पाए हैं, उन्हें एक महीने बाद पूरक आकलन के जरिए अंकों में सुधार लाने का एक और मौका दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं के लिए कुल 672 छात्रों ने पंजीकरण कराया और 667 छात्र दोनों सत्रों की परीक्षा में उपस्थित हुए. आतिशी ने बताया कि 12वीं कक्षा के जो पांच छात्र आवश्यक तीन ग्रेड अंक हासिल नहीं कर पाए हैं, उन्हें पूरक आकलन के जरिए अपने प्रदर्शन में सुधार लाने का एक और अवसर दिया जाएगा.
दिल्ली सरकार ने 2021 में दी थी डीबीएसई की स्थापना को मंजूरी
दिल्ली मंत्रिमंडल ने छह मार्च 2021 को डीबीएसई की स्थापना को मंजूरी दी थी. उसी साल दिल्ली सरकार ने चार क्षेत्र एसटीईएम (विज्ञान, तकनीक, इंजीनियरिंग और गणित), मानविकी, प्रदर्शन और दृश्य कला तथा हाई एंड 21वीं सेचुरी स्किल्स में विशेष उत्कृष्टता वाले 20 स्कूल स्थापित किए ताकि माध्यमिक तथा उच्च माध्यमिक कक्षाओं में विशेष शिक्षा को बढ़ावा दिया जाए.
डीबीएसई का माध्यमिक प्रमाणपत्र मूल्यांकन (एससीए) दो सत्रों में आयोजित किया गया. दूसरे सत्र की परीक्षाएं इस साल 10 से 29 मार्च के बीच हुई. डीबीएसई का वरिष्ठ माध्यमिक प्रमाणपत्र मूल्यांकन (एसएससीए) भी दो सत्रों में आयोजित किया गया. दूसरे सत्र की परीक्षा 10 से 27 मार्च तक हुई. आतिशी ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि यह एक ऐतिहासिक क्षण है.
वहीं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए कहा, "एक नए प्रयोग के साथ दिल्ली सरकार ने अपने School of Specialised Excellence में DBSE के तहत पढ़ाई शुरू कराई, दुनिया के नामी IB बोर्ड के साथ मिलकर उनका सिलेबस तैयार कराया। आज दिल्ली स्कूल शिक्षा बोर्ड के ये बेहतरीन नतीजे ये साबित करते हैं कि हम सही दिशा में काम कर रहे हैं। सभी बच्चों के साथ दिल्ली की टीम एजुकेशन को बहुत-बहुत बधाई। बच्चों को विश्व स्तरीय शिक्षा देने के साथ हमें उन्हें एक कामयाब इंसान बनाना है।"
प्राइवेट से निकलर सरकारी स्कूलों में दाखिला ले रहे छात्र- आतिशी
उन्होंने कहा, ‘‘आज वे देश विकसित कहलाते हैं जिन्होंने अपने बच्चों को विश्व स्तरीय शिक्षा दी. हमने पिछले आठ साल में शिक्षा पर काम किया. प्रत्येक वर्ष दिल्ली का 25 फीसदी बजट शिक्षा के लिए आवंटित किया जाता है. पिछले आठ साल में इस बजट के कारण पाठ्यपुस्तकों और वर्दियों की गुणवत्ता में बड़ा परिवर्तन देखा गया है. पिछले तीन साल में कई छात्रों ने निजी स्कूलों से सरकारी स्कूलों में दाखिला लिया है.’’
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