QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग्स में विश्व के टॉप 200 शिक्षण संस्थानों में अपना स्थान बनाने वाले आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी दिल्ली और भारतीय विज्ञान संस्थान बेंगलुरु ने क्यूएस एशिया रैंकिंग 2022 में अपनी जगह और अधिक मजबूत की है. क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग्स में विश्व के टॉप 200 शिक्षण संस्थानों में आईआईटी बॉम्बे 177वें, आईआईटी दिल्ली 185वें और बैंगलूरू स्थित भारतीय विज्ञान संस्थान 186वें स्थान पर रहा था. यह रैंकिंग इसी वर्ष जून में जारी की गई थी. इसके बाद अब 2 नवंबर को क्यूएस एशिया रैंकिंग 2022 जारी की गई है.


एशिया के लिए जारी की गई इस रैंकिंग में शीर्ष 50 संस्थानों में आईआईटी-बॉम्बे और दिल्ली आईआईटी ने अपना स्थान बनाया है. क्यूएस एशिया रैंकिंग में बैंगलुरू स्थित आईआईएससी और दिल्ली विश्वविद्यालय सहित पांच भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) एशिया के शीर्ष 100 संस्थानों के प्रतिष्ठित समूह में शामिल किए गए हैं. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, जामिया मिलिया इस्लामिया ने भी इस साल शीर्ष 200 में स्थान हासिल किया है. क्यूएस एशिया रैंकिंग 2022 में आईआईटी बॉम्बे ने 42वां स्थान हासिल किया है. इसके बाद आईआईटी दिल्ली का 45वां और आईआईटी मद्रास का 54वां स्थान मिला है. भारतीय विज्ञान संस्थान बैंगलुरू को 56 वें स्थान पर रखा गया है. आईआईटी खड़गपुर 60वें, आईआईटी कानपुर 64वें और दिल्ली विश्वविद्यालय 77वें नंबर पर है.  


इससे पहले 23 सितंबर को लंदन स्थित क्वाक्वेरेली साइमंड्स (क्यूएस) ने ग्रेजुएट एम्प्लॉयबिलिटी रैंकिंग भी जारी की थी. क्यूएस ग्रेजुएट एम्प्लॉयबिलिटी रैंकिंग के अनुसार, भारतीय संस्थानों में आईआईटी बॉम्बे करियर-केंद्रित छात्रों के लिए भारत में सबसे बेहतरीन संस्थान है. आईआईटी बॉम्बे 2020 की क्यूएस ग्रेजुएट एम्प्लॉयबिलिटी रैंकिंग में 111-120 स्थान पर था जहां से आगे बढ़ कर यह अब 101-110 समूह में आ गया है. क्यूएस की तरफ से सर्वेक्षण किए गए 50,000 से अधिक नियोक्ताओं के अनुसार, आईआईटी बॉम्बे भारत में उच्चतम कैलिबर के ग्रेजुएट युवा तैयार करता है. यह क्यूएस के एंप्लॉयर रेपुटेशन इंडिकेटर के लिए देश का अग्रणी स्कोर है.


आईआईटी बॉम्बे के बाद क्यूएस ग्रेजुएट एम्प्लॉयबिलिटी रैंकिंग में आईआईटी दिल्ली का नंबर है. आईआईटी दिल्ली 2020 क्यूएस ग्रेजुएट वल्र्ड एम्प्लॉयबिलिटी रैंकिंग में 151-160 स्थान पर था. वहीं इस बार की रैंकिंग में आईआईटी दिल्ली का स्थान 131-140 के समूह में है. यानी आईआईटी दिल्ली बढ़कर 131-140 स्थान पर हो गया है. आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रोफेसर वी. रामगोपाल राव के मुताबिक आईआईटी दिल्ली क्यूएस ग्रेजुएट एम्प्लॉयबिलिटी रैंकिंग में 20 स्थानों की छलांग से खुशी है. हम पिछले कुछ वर्षों में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों रैंकिंग में अपनी रैंकिंग में लगातार सुधार कर रहे हैं. हमने पिछले कुछ वर्षों में विभिन्न उपाय किए हैं, जो अपना प्रभाव दिखाना शुरू कर रहे हैं.


क्यूएस ग्रेजुएट एम्प्लॉयबिलिटी रैंकिंग में आईआईटी मद्रास भी 171-180 बैंड से बढ़कर 151-160 श्रेणी में आ गया है. ये तीनों भारतीय उच्च शिक्षण संस्थान वैश्विक रैंकिंग में शीर्ष 200 में स्थान पर हैं. बॉम्बे, दिल्ली व मद्रास तीनों आईआईटी ने पिछले वर्ष की तुलना में क्यूएस ग्रेजुएट एम्प्लॉयबिलिटी रैंकिंग में अपनी स्थिति में सुधार किया है. इस साल जून में जारी की गई क्यूएस वल्र्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग के अनुसार भी यह तीन संस्थान भारत के शीर्ष उच्च शिक्षा संस्थानों में शामिल थे.


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