Eid al-Adha 2022 in Delhi: इस्लाम धर्म का पवित्र त्योहार ईद-उल-अजहा (बकरीद) भारत में 10 जुलाई रविवार को मनाया जाएगा. इस त्योहार को बकरीद भी कहते हैं, दुनिया भर के मुसलमानों द्वारा पैगंबर इब्राहिम के बलिदान के लिए इस त्योहार को मनाया जाता है. वहीं बकरीद से एक दिन पहले शनिवार को दिल्ली के जामा मस्जिद का बाजार बकरों से गुलजार दिखा, बाजारों में दुकानों पर भी रौनक रही. इसके साथ ही बाजार में बकरों की भी खरीददारी काफी हुई. लोग बकरों की खरीरदारी के लिए बाजार में नजर आए और इसके साथ ही दुकानों पर कुर्बानी के लिए चाकू भी बिक्री के लिए दिखे.


इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार, ईल-उल-अजहा का पर्व 12वें महीने की 10 तारीख को मनाया जाता है. इस दिन मुसलमान बकरीद को मनाने के लिए बकरे की कुर्बानी देतें हैं और वह इसके लिए बकरे को इस दिन नहीं लाते वह कुछ दिन पहले बकरे को अपने घर पर लाते हैं. इसके बाद वह कुर्बानी देते हैं, कहा जाता है कि कुर्बानी के मीट को तीन हिस्सों में बांट दिया जाता है. जिसमें से पहले हिस्से को गरीफ फकीरों में और दूसरे हिस्से को रिश्तेदारों में और तीसरे हिस्से को घर में पकाकर खाया जाता है. 


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जानें- क्या है मान्यता


इस त्योहार को मुसलमान पैगंबर मोहम्‍मद के पूर्वज इब्राहिम द्वारा अल्‍लाह की राह में दी गई कुर्बानी को याद करने के उपलक्ष्‍य में बकरीद मनाते हैं. इस्लामिक जानकार बताते हैं कि एक हजरत इब्राहिम को एक दिन ख्वाब आया कि वह अपनी सबसे प्यारी चीज कु्र्बान करें. इसके बाद उन्होंने अपने बेटे इस्माइल की गर्दन पर छुरी रखी दी लेकिन उनके बेटे की जगह एक बकरा आ गया. माना जाता है कि ये महज एक इम्तेहान था और हजरत इब्राहिम अल्लाह के हुकुम पर अपनी वफादारी दिखाने के लिए बेटे इस्माइल की कुर्बानी देने को तैयार हो गए थे.


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