दिल्ली में इलेक्ट्रिक व्हीकल की काफी डिमांड बढ़ रही है और इसके साथ ही इन वाहनों की बिक्री भी तेज हो रही है. इलेक्ट्रिक व्हीकल में सबसे अधिक दोपहिया वाहन हैं. साल 2022 में 14 मार्च तक कुल 10,707 इलेक्ट्रिक वाहनों के रजिस्ट्रेशन हुए हैं जिसमें 5,888 दोपहिया इलेक्ट्रिक वाहन हैं. दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहन की बिक्री बढ़ने की वजह दिल्ली सरकार की इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) नीति है जो साल 2020 में शुरू की गई थी.
जब दिल्ली सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) नीति शुरू की थी तो उस समय ही उसी महीने 739 ई-वाहनों के रजिस्ट्रेशन किए गए. उसके बाद हर साल इलेक्ट्रिक व्हीकल के रजिट्रेशन में इजाफा हुआ है, हालांकि कोरोना के कारण यह आंकडा थोड़ा कम हुआ था. इस साल के आंकडों की बात की जाए तो सरकारी आंकड़ों के अनुसार जनवरी तक 1,022 ई-रिक्शा का रजिस्ट्रेशन हुआ था और फरवरी में 1,172 का. इसके बाद मार्च में अब तक 586 ई-रिक्शा का रजिस्ट्रेशन हो चुका.
दिल्ली सरकार ने हाल ही में तीन पहिया वाहनों के लिए निर्धारित संख्या सीमित की थी जिसमें ई-रिक्शा को परमिट दिए गए हैं. केजरीवाल सरकार के अनुसार जल्द ही 4,261 ई-रिक्शा दिल्ली की सड़कों पर उतरने की उम्मीद है. इसमें 33 प्रतिशत ई-रिक्शा महिला चालकों के लिए आरक्षित हैं. इस साल के पहले ढाई महीनों में रिजिस्ट्रेशन हुए 11,285 इलेक्ट्रिक व्हीकल में से 3,846 ई-रिक्शा और ई-कार्ट थे.
इन वाहनों की बढ़ती बिक्री को देखते हुए दिल्ली सरकार शहर में चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए तेसी से काम कर रही है. दिल्ली सरकार की तरफ से 100 नए चार्जिंग स्टेशनों के लिए निविदाएं जारी की गई थीं, जिसमें सार्वजनिक-निजी भागीदारी में राजधानी भर में 500 चार्जिंग पॉइंट स्थापित किए जाने हैं.