Delhi Electricity Demand News: दिल्ली में बिना किसी रुकावट के बिजली सब्सिडी के खत्म नहीं होने को लेकर केजरीवाल सरकार (Kejriwal Government) ने तो स्पष्ट कर दिया है. इसके साथ ही बिजली कब तक कटती है और किस वजह से कटती है, इसकी भी मॉनिटरिंग अब सरकार की ओर से सीधे तौर पर की जाएगी. वहीं यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार दिल्ली में रिकॉर्ड स्तर पर बिजली की मांग हो सकती है. बीते दिनों दिल्ली की ऊर्जा मंत्री आतिशी (Atishi) की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक हुई, जिसमें बिना किसी रुकावट के पावर सप्लाई को लेकर बिजली वितरण कंपनियों के साथ चर्चा हुई और तैयार किए गए समर एक्शन प्लान के बारे में भी विस्तार से विचार विमर्श किया गया.


आमतौर पर गर्मी के दिनों में बिजली की मांग सबसे ज्यादा होती है. इस बार सियासी उठापटक के बीच दिल्ली सरकार ने तो पहले ही स्पष्ट हिदायत दी है कि बिना किसी रुकावट के 24 घंटे दिल्ली में बिजली सप्लाई सुनिश्चित किया जाए. वहीं इस बार पिछले साल की तुलना में लगभग 5 प्रतिशत बिजली की मांग में इजाफा देखने को मिल सकता है यानी लगभग 8100 मेगावाट तक राजधानी में बिजली खपत हो सकती है, जो पिछले साल से लगभग 400 मेगावाट ज्यादा है.


बिजली पर तेज हुई दिल्ली में सियासत


दिल्ली में बिजली सब्सिडी को लेकर उपराज्यपाल विनय सक्सेना ने दिल्ली सरकार को सबसे पहले कैबिनेट से प्रस्ताव पारित कराने का दिशा-निर्देश दिया है, जबकि इस मामले पर दिल्ली सरकार में ऊर्जा मंत्री आतिशी ने पलटवार करते हुए कहा कि बिना किसी रुकावट के लोगों को पहले की तरह बिजली सब्सिडी मुहैया कराई जाएगी. वहीं आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने एलजी पर असंवैधानिक तरीके से दिल्ली सरकार के कामकाज में हस्तक्षेप का आरोप लगाया है.


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