Delhi News: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGIA) देश का सबसे व्यस्त और आधुनिक सुविधाओं वाला एयरपोर्ट है. इसकी सुविधाओं की फेहरिस्त में अब एलिवेटेड ईस्टर्न क्रॉस टैक्सी-वे और चौथा रन-वे भी शामिल होने जा रहा है. IGI एयरपोर्ट की ये दोनों ही सुविधाएं उद्घाटन के लिए बन कर तैयार है. 13 जुलाई को नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के हाथों इसका विधिवत उद्घाटन होना है.


ईस्टर्न क्रॉस टैक्सी-वे (ECT) टर्मिनल 3 से टर्मिनल 2 को जोड़ने वाला एलिवेटेड फ्लाईओवर है, जो अपने आप मे काफी अनूठा है. इसके ऊपर से विमान और नीचे से गाड़ियां दौड़ती नजर आएंगी. जिसका दृश्य निश्चित ही अद्भुत होगा. इसके बन जाने से टर्मिनल 1 से टर्मिनल 3 तक आने वाले विमानों के एविएशन फ्यूल और समय दोनों की बचत होगी. अभी तक टर्मिनल 1 से 3 तक आने में विमानों को जहां 9 किलोमीटर की दूरी तय करने में 25 से 30 मिनट लगते हैं, वहीं इस एलिवेटेड टैक्सी-वे से यह दूरी घट कर 2.1 किलोमीटर रह जायेगी और विमानों को टर्मिनल तक पहूंचने में महज 12 से 15 मिनट लगेंगे.


सुरक्षा एजेंसियों ने दी इस्तेमाल की इजाजत


दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) से मिली जानकारी के अनुसार, ECT की लंबाई 2.1 किलोमीटर और चौड़ाई 202 मीटर है. इसे बनाने का उद्देश्य रन-वे 29 से टर्मिनल 1 को शार्ट-कट वे से जोड़ना था. एयरपोर्ट पर सक्रिय एजेंसियों CISF, ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन, दिल्ली पुलिस, IB, NIA समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने भी इस एलिवेटेड टैक्सी-वे को सुरक्षित मानते हुए इसके इस्तेमाल की अनुमति दे दी है. ECT से दुनिया के सबसे बड़े हवाईजहाज A-380, B-777 और B-747-8 भी आराम से आ-जा सकेंगे. इसकी चौड़ाई इतनी है कि अगर एक ही समय मे ECT के दोनों तरफ से एक साथ A-380 विमान का आना-जाना होगा तो भी इनके विंग्स आपस मे टच नहीं होंगे. ECT से हर दिन करीब 300 फ्लाइट का मूवमेंट हो पायेगा. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ECT के दोनों तरफ ऊंची दीवारें बनाई गई हैं. यहां वाच टावर भी बनाए गए है, जिस पर सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे.


4 रन-वे वाला देश का पहला एयरपोर्ट


वहीं, IGI एयरपोर्ट का चौथा रन-वे भी बन कर तैयार हो गया है. इसकी शुरुआत के साथ ही IGI एयरपोर्ट देश का पहला ऐसा एयरपोर्ट बन जायेगा जहां पर चार रन-वे होंगे. दुनिया भर में चुनिंदा देशों में ही चार या उससे ज्यादा रन-वे वाले एयरपोर्ट हैं. इसकी लंबाई 4.3 किलोमीटर है और इसका नाम 11L-29R रखा गया है. यह रन-वे पुराने तीसरे रन-वे 11-29 के समानांतर बनाया गया है.


विमानों को हवा में नहीं लगाना पड़ेगा चक्कर


इसके शुरू होने के बाद, यहां से फ्लाइट मूवमेंट्स की संख्या बढ़ जाएगी. अभी IGI एयरपोर्ट से 24 घंटों में 1500 प्लाइट तक मूवमेंट करने क्षमता है. वहीं इस नए रन-वे के शुरू होने से हर दिन फ्लाइट का मूवमेंट बढ़कर 1700 से 2000 तक हो जाएगा. इससे फ्लाइट के टेक ऑफ के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा, वहीं व्यस्त समय मे विमानों को लैंड करने के लिए हवा में चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे. इस नये के शुरू होने के बाद कैट-3 सिस्टम से लैस दो-दो रनवे हो जाएंगे.


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