Delhi News: राष्ट्रीय राजधानी के दिल्ली विश्वविद्यालय में चार साल बाद 22 सितंबर को डीयू छात्र संघ चुनाव (DUSU Election 2023) के लिए मतदान (Voting) होगा. डूसू चुनाव को लेकर दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) के छात्रों में काफी उत्साह है. सभी छात्र संघों के साथ उनसे जुड़े राजनीतिक दल पूरी ताकत से इस चुनाव में जीत हासिल करने में जुटे हुए हैं. वहीं आम छात्र भी छात्रों से जुड़ी इस राजनीति गतिविधियों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं और पूरा विश्वविद्यालय इस वक्त चुनावी त्योहार के रंग में रंगा नजर आ रहा है. 


इस बीच खास खबर यह है कि पालम 360 खाप ने भी DUSU के चुनाव में एंट्री मार दी है, लेकिन किसी राजनीतिक उद्देश्य से नहीं बल्कि छात्रों को मतदान के लिए जागरूक और प्रेरित करने की नीयत से. यही वजह है कि पालम 360 खाप (Palam 360 Khap) ने डीयू छात्र संघ के चुनाव में दिलचस्पी दिखा रहे हैं.


डूसू चुनाव की अहमियत समझें युवा


उत्तर भारत के सबसे बड़े खाप पालम 360 के प्रधान चौधरी सुरेंद्र सोलंकी (Surendra Solanki) ने कहा कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए मतदान आवश्यक है. इसकी अहमियत युवाओं को समझने की जरूरत है. उनका कहना है कि युवा छात्रों के चुनाव के बावजूद DUSU के चुनाव में मतदान का प्रतिशत 50 प्रतिशत से भी कम रहता है. दिल्ली विश्वविद्यालय में बड़ी संख्या में दिल्ली के छात्र पढ़ते हैं, जिनमें दिल्ली देहात के गांवों से आने वाले छात्रों की संख्या भी बहुत है, इसलिए वे दिल्ली देहात के छात्रों को मतदान के लिए जागरूक कर इस चुनाव में अपनी भागीदारी निभाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं.


लोकतंत्र की मजबूती के लिए मतदान जरूरी 


सुरेंद्र सोलंकी ने कहा कि वे किसी भी छात्र संघ या राजनीतिक दल का समर्थन या विरोध नहीं कर रहे हैं. छात्र जिसे चाहें, उसे अपना मत दें, लेकिन मतदान जरूर करें. उन्होंने कहा कि एक-एक मत की कीमत होती है, जिनकी अहमियत युवा छात्रों को समझना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ लोकतंत्र की मजबूती का है.


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