Yamuna River: दिल्ली के निचले इलाके से लोगों को निकालने का काम शुरू, खतरे के निशान से ऊपर बह रही यमुना
Yamuna Water Level: यमुना नदी के खतरे के निशान को पार करने के साथ ही निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित निकालने का काम सोमवार शाम से शुरू कर दिया गया है.
Yamuna Water Level: दिल्ली में हो रहे बारिश के बीच यमुना नदी का जलस्तर वार्निंग लेवल को पार कर गया है. यमुना नदी के खतरे के निशान को पार करने के साथ ही निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित निकालने का काम सोमवार शाम से शुरू कर दिया गया है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जलभराव की स्थिति और यमुना के बढ़ते स्तर पर चर्चा के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की और कहा कि अब तक बाढ़ का कोई खतरा नहीं है.
अरविंद केजरीवाल ने कहा- स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार स्थिति से निपटने के लिए तैयार है और जरूरत पड़ने पर राहत शिविरों में स्थानांतरित करने के लिए 41,000 लोगों की पहचान की गई है. ऊंचाई वाले जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार बारिश के बीच हरियाणा द्वारा यमुनानगर स्थित हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के चलते दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान 205.33 मीटर को सोमवार को पार कर गया. नदी का जलस्तर संभावित समय से पहले ही खतरे के निशान को पार कर गया है. अनुमान लगाया गया था कि मंगलवार दोपहर तक यह खतरे के निशान को पार करेगा.
आतिशी ने हालात का जायजा लिया
PWD मंत्री आतिशी ने कहा कि लोगों को खादर (बाढ़ के मैदान) क्षेत्र से सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है और संबंधित जिला अधिकारियों को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि, 'प्रत्येक जिलाधिकारी को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है. सभी टीम तैयार हैं. खादर क्षेत्रों के लोगों को सार्वजनिक घोषणाओं के माध्यम से सुरक्षित स्थानों पर भेजना शुरू कर दिया गया है, जहां उनके रहने और भोजन की व्यवस्था की जा रही है. मुख्यमंत्री स्वयं पूरी स्थिति पर नजर रख रहे हैं.'
लोगों को ठहरने के लिए सुरक्षित स्थान
पूर्वी जिले के एक अधिकारी ने कहा कि, निचले इलाकों से 8,100 लोगों को निकालने के साथ निकासी कवायद जारी है. हमने उन्हें रखने के लिए स्कूलों और सामुदायिक केंद्रों की पहचान कर ली है. अधिकारी के अनुसार, निचले इलाकों से निकाले गए लोग तंबू में रहना चाहते हैं क्योंकि स्थायी संरचना कुछ दूरी पर स्थित हैं. उन्हें तंबुओं में ठहराया जा रहा है. उनकी सहायता के लिए मेडिकल टीम मौजूद हैं. भोजन, दिल्ली जल बोर्ड के पानी के टैंकर और पोर्टेबल शौचालयों की भी व्यवस्था की गई है.
हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार- केजरीवाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली में बाढ़ जैसी स्थिति की आशंका नहीं है, लेकिन सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा, 'इस समय लोग हमसे एक सवाल पूछ रहे हैं कि क्या दिल्ली में बाढ़ आने की संभावना है? यह दिल्ली में बारिश और हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने पर निर्भर है.' उन्होंने बताया कि रविवार रात बैराज से 3 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, जो सोमवार सुबह घटकर 2.5 लाख क्यूसेक रह गया. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी, तो दिल्ली सरकार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए तैयार है.
41,000 लोगों को सुरक्षित पहुंचाया जाएगा
उन्होंने कहा, 'अगर नदी का स्तर 206 मीटर से अधिक हो जाता है, तो हम नदी के करीब रहने वाले लोगों को निकालना शुरू कर देंगे. हमने नदी के करीब रहने वाले 41,000 लोगों की पहचान की है. हमने राहत शिविर भी तैयार कर लिए हैं, जिनकी ऐसी स्थिति में जरूरत हो सकती है.' आतिशी ने कहा कि यमुना के बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर, सभी संबंधित विभाग तैयार हैं और बचाव एवं राहत कार्यों के लिए 50 से अधिक मोटर नौकाएं तैनात की गई हैं. गोताखोर और मेडिकल टीम को भी सभी आवश्यक सामग्री और उपकरणों के साथ तैयार किया गया है.