(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Delhi: दिल्ली एलजी के इस्तीफे के बाद इन तीन नामों पर चर्चा तेज, जानिए कौन है दौड़ में सबसे आगे
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.इस पद के तीन शीर्ष दावेदारों में सुनील अरोड़ा, अमिताभ कांत और प्रफुल खोड़ा पटेल हैं.
Delhi News: दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) अनिल बैजल के हटने के साथ ही इस पद के तीन शीर्ष दावेदारों में पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा, नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत और लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल्ल खोड़ा पटेल शामिल हैं. कई सार्वजनिक नीति के मुद्दों पर सरकार का चेहरा बने कांत 1980 बैच के केरल कैडर के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी हैं, जबकि सुनील अरोड़ा, जो दिसंबर 2018 से अप्रैल 2021 तक सीईसी थे, 1980 बैच के राजस्थान कैडर के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी हैं. वह केंद्रीय कौशल विकास सचिव और सूचना एवं प्रसारण सचिव रहे हैं.
प्रफुल्ल खोड़ा पटेल को माना जा रहा शीर्ष का पसंद
पटेल लक्षद्वीप, दमन और दीव के प्रशासक हैं. उन्हें शीर्ष पसंद माना जा रहा है, लेकिन सूत्रों का यह भी कहना है कि दक्षिण भारत के किसी बीजेपी राजनेता को नियुक्त किया जा सकता है. पटेल ने 2010 में गुजरात में नरेंद्र मोदी सरकार में गृह राज्यमंत्री के रूप में भी काम किया है. उनका लक्षद्वीप में एक विवादास्पद कार्यकाल रहा है. उन्होंने स्थानीय लोगों के विरोध को देखते हुए पर्यटकों को शराब परोसने की अनुमति दी थी.
बैजल से पहले नजीब जंग थें दिल्ली के उपराज्यपाल
दिल्ली में तीन एमसीडी के एकीकरण के बाद आने वाले निकाय चुनावों को टाल दिया गया था और अब नगर निकाय उपराज्यपाल के अधीन आ जाएगा, इसलिए एक व्यक्ति जो मौजूदा अतिक्रमण विरोधी अभियान को सुनिश्चित करेगा, उसे नियुक्त किया जा सकता है. दिल्ली सेवानिवृत्त नौकरशाहों को उपराज्यपाल के रूप में देखती रही है. बैजल से पहले नजीब जंग दिल्ली के उपराज्यपाल थे, लेकिन अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप सरकार के साथ भी उनके अच्छे संबंध नहीं थे. बैजल ने निजी कारणों का हवाला देते हुए बुधवार को इस्तीफा दे दिया. उन्होंने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भेजा, जो इस समय विदेश दौरे पर हैं. हालांकि जल्द ही इसे स्वीकार किए जाने की संभावना है.
बैजल ने किया है अटल बिहारी सरकार में गृह सचिव का काम
एजीएमयूटी (अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश) कैडर के 1969 बैच के आईएएस अधिकारी बैजल ने 31 दिसंबर, 2016 से 18 मई, 2022 तक पांच साल और चार महीने की अवधि के लिए दिल्ली के 21वें उपराज्यपाल के रूप में कार्य किया. उपराज्यपाल के रूप में वह कई मुद्दों पर मुख्यमंत्री केजरीवाल के साथ उनकी अनबन चलती रही. बैजल ने अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के दौरान केंद्रीय गृह सचिव के रूप में भी काम किया था.
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