Delhi: 10 साल की सजा काटकर बाहर आया मशहूर 'सुपर चोर' बंटी फिर हुआ गिरफ्तार, Bigg Boss में रह चुका है कंटेस्टेंट
Delhi Crime: क्राइम की दुनिया में बंटी इतना प्रसिद्ध है कि उस पर बॉलीवुड में फिल्म भी बन चुकी है. वह हमेशा रात 2:00 बजे से सुबह 6:00 बजे के बीच में चोरी करता था और हमेशा अकेले चोरी करने जाता है.
Famous Thief Bunty Arrested: दिल्ली सहित देश भर में 700 से भी ज्यादा चोरियों को अंजाम देने वाला कुख्यात चोर देवेंद्र सिंह उर्फ बंटी उर्फ 'सुपर चोर' एक बार फिर दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में आया है. पिछले महीने ही बंटी केरल की जेल से 10 साल की सजा काट कर बाहर आया था और बाहर आते ही इसने 12 अप्रैल की रात को जीके-2 में एक फ्लैट और एक गेस्ट हाउस में चोरी की वारदात को अंजाम दिया लेकिन इस बार वो पुलिस से ज्यादा दिनों तक बच नहीं पाया और शुक्रवार को यूपी की सड़कों पर फिल्मी स्टाइल में चले 500 किलोमीटर के चेज के बाद पुलिस ने बंटी को दबोच लिया.
मशहूर सुपर चोर पर बॉलीवुड में बन चुकी है फ़िल्म
'सुपर चोर' बंटी पिछले 30 सालों में देशभर में 700 से ज्यादा चोरियों की वारदातों को अंजाम देने के लिये जेल जा चुका है. वो बहुत शातिर और पुलिस को चकमा देने में माहिर है. उसे मिनटभर में हथकड़ी खोलने के लिए भी जाना जाता है. सफाई से चोरियों को अंजाम देने और पुलिस को चकमा देने में माहिर सुपर चोर के जीवन पर बॉलीवुड में 'ओए लकी लकी ओए' नाम की फ़िल्म भी बनाई जा चुकी है. फेमस होने के कारण उसे साल 2010 में रियलिटी शो बिग बॉस में भी पार्टिसिपेंट के रूप में शामिल किया गया था.
एक ही रात में दिया दो वारदातों को अंजाम दिया
दरअसल बंटी ने केरल की जेल से निकलने के बाद दिल्ली में 12-13 अप्रैल की आधी रात को 2:30 से 3 बजे के बीच पहले जीके-2 एम ब्लॉक में डॉक्टर प्रिया के फ्लैट से 3 महंगे मोबाइल, पर्स, दो लैपटॉप, जूते, घड़ी और एक बलेनो कार चोरी की. इसके बाद इसने जीके-2 ई-ब्लॉक में एसबीआई के एक गेस्ट हाउस से 5 टीवी सेट टॉप बॉक्स के साथ, प्रिंटर और अन्य सामान चोरी किया. चोरी की शिकायत मिलने के बाद सीआर पार्क थाना पुलिस ने जांच शुरू की.
फोन स्विच ऑफ करना ना भूलता तो शायद न पकड़ा जाता बंटी
पुलिस ने चोरी वाले घर के आसपास के सीसीटीवी खंगाले जिसमें शख्स को एक टोपी पहने देखा गया. इसके बाद पुलिस ने पड़ताल की और पता चला कि वो अलकनंदा और चित्तरंजन पार्क के रास्ते नोएडा की ओर गया था. वो जिस गाड़ी का इस्तेमाल कर रहा था उसकी नंबर प्लेट से पता चला कि वो भी चोरी की कार थी.
पुलिस ने वाहन की सीसीटीवी कैमरे की पहचान के आधार पर कार का कालिंदी कुंज तक पीछा किया, लेकिन आगे नहीं जा सकी लेकिन बंटी चोर की बदकिस्मती कि वो चोरी किए मोबाइल फोन में से एक का स्विच ऑफ करना भूल गया जिसे ट्रैक करने पर उसकी लोकेशन यूपी में आगरा के पास एक हाईवे पर ट्रैक हुई, जिस पर पुलिस टीम तुरंत वहां के लिए रवाना हो गयी.
पुलिस ने इस दौरान उसकी कार के फास्टैग को भी ट्रैक किया. कई टोल बूथों पर उसे ट्रैक किया गया. कार की लोकेशन यूपी की सड़कों पर होते हुए नेपाल की ओर जाती हुई दिखी. पुलिस इटावा में बंटी की कार के पास पहुंची लेकिन यहां वो पकड़ में नहीं आया. पुलिस लगातार उसका पीछा कर रही थी, जिसके बाद आखिरकार बंटी को कानपुर देहात में पकड़ लिया गया. पुलिस ने कार की खिड़की का शीशा तोड़कर उसे दबोच लिया.
तिहाड़ जेल पहुंच गया सुपर चोर बंटी
डीसीपी चंदन चौधरी ने बताया कि उसके पास से कार, दो लैपटॉप, एक मैकबुक, एक राडो घड़ी और दिल्ली पुलिस के पहचान पत्र के अलावा कई अन्य सामान बरामद किए जिस पर बंटी की फोटो थी. पुलिस उसे दिल्ली लेकर आई जहां शुक्रवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया, वहां से इसे तिहाड़ भेज दिया गया.
पुलिस ने बताया कि बंटी पास से चोरी का अधिकतर सामान बरामद कर लिया गया है. चोरी की कार भी मिल गई है. पुलिस ने बताया कि वह दिल्ली में इस तरह की चोरी और सेंधमारी की करीब 300 मामलों में शामिल रहा है. देशभर में बंटी के द्वारा 700 से अधिक वारदातों को अंजाम देने का अनुमान है.
14 साल की उम्र में रखा था अपराध की दुनिया में कदम
बंटी ने 14 साल की उम्र में ही अपराध की दुनिया में कदम रख दिया था. 1993 में 9वीं कक्षा में वो फेल हो गया जिस पर उसके पिता ने उसे डांट दिया. डांटने से नाराज होकर वो घर से भाग आया, इसके बाद उसकी जिंदगी पूरी तरह बदल गई. इसके बाद बंटी ने 700 से ज्यादा घरों में सेंधमारी की. वो केवल पेचकस के सहारे घरों के गेट खोल लेता था.
वो नॉर्मल घरों को तो अपना निशाना बनाता ही था साथ में उन घरों में भी सेंधमारी करता था, जहां हाई सिक्योरिटी रहती थी. दो दशकों तक बंटी ने देशभर के कई शहरों में चोरियां कीं. उसने 2013 में पुणे के एक घर में चोरी की और फिर उसी साल 21 जनवरी को तिरुवनंतपुरम में एक एनआरआई बिजनेसमैन के घर में चोरी की.
आज तक किसी को नहीं पहुंचाई चोट
उसने चोरी का सामान वहां खड़ी मित्सुबिशी आउटलैंडर में छिपा दिया और फरार हो गया. कुछ दिन पहले भी उसने कोच्चि में एक ऐसे ही घर को निशाना बनाया था. एक अधिकारी ने कहा कि बंटी कभी भी चोरी वाली जगह से खाली हाथ नहीं लौटा. उसकी एक और खासियत ये है कि उसने आज तक किसी को कोई चोट नहीं पहुंचाई.
वह हमेशा रात को 2:00 बजे से लेकर सुबह 6:00 बजे के बीच में चोरी करता है और वह हमेशा अकेले चोरी करने जाता है. चोरी के बाद वह फाइव स्टार होटल और रिसॉर्ट में रुककर इन पैसों को खर्च करता था, जब उसका पैसा खत्म होने लगता था तो फिर से वह चोरी करता था.