Faridabad Crime News: दिल्ली एनसीआर के फरीदाबाद में पुलिस हिरासत में एक युवक की मौत हो गई है. युवक की मौत के बाद माहौल गरमाया हुआ है. क्राइम ब्रांच युवक से चाकूबाजी के मामले में पूछताछ कर रही थी. अब युवक की सीआईए की कस्टडी में हुई मौत को लेकर भीम आर्मी और दलित समाज के नेता पुलिस पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं.


वहीं मृतक के परिजन भी युवक की मौत को लेकर सीआईए को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. फिलहाल मजिस्ट्रेट की निगरानी में युवक का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है, जबकि इस मामले में अब मजिस्ट्रेट द्वारा कानूनी जांच शुरू कर दी गई है.


चाकूबाजी में दोनों हुए थे घायल
बीती 5 जुलाई को द मॉल ऑफ फरीदाबाद की भूमिगत पार्किंग में पैसे के लेनदेन को लेकर दो युवकों में चाकूबाजी हुई थी, जिसमें युवक अमित और युवक हरीश घायल हुआ था. हरीश को इलाज के लिए निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया था जबकि अमित को सरकारी अस्पताल में दाखिल किया गया था. परिजनों का आरोप है कि आपसी लेनदेन को दोनों में चाकूबाजी हुई थी और दोनों घायल हुए थे.


पुलिस पर लगाया हत्या का आरोप
लेकिन सरकारी अस्पताल में दाखिल अमित को इलाज के दौरान ही पुलिस चौकी में ले आई और उसके बाद कल देर शाम उसे सीआईए के हवाले कर दिया. सुबह अमित की मौत की खबर पुलिस द्वारा परिजन मिली.  भीम आर्मी और दलित समाज के नेता ने कहा कि यह पुलिस द्वारा की गई हत्या है, जिसको लेकर वह परिजनों के साथ मिलकर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज कराएंगे 


दलित समाज के नेता ने पुलिस पर उठाया सवाल
उनका कहना था कि यह कोई लूट डकैती चोरी का मामला नहीं था कि इस मामले को सीआईए में दिया जाए. उन्होंने कहा कि दोनों तरफ से दोनों युवक घायल हुए थे, ऐसे में पुलिस को एक तरफा कार्रवाई न करते हुए क्रॉस मुकदमा दर्ज करना चाहिए था और मामले की गंभीरता से जांच करनी चाहिए थी, लेकिन दलित युवक समझ कर उसे इलाज के दौरान ही अस्पताल से क्यों उठा लिया गया.


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